patanjali misleading ads case

  • आखिरकार हुई कार्रवाई

    पतंजलि पर न्यायिक कार्रवाई से लाखों मरीज भ्रामक इलाज से बच सकेंगे। उम्मीद है कि इससे एक मिसाल भी कायम होगी, जिसका असर अन्य राज्यों की लाइसेंसिंग ऑथरिटीजी और भ्रामक दावा करने वाली दूसरी कंपनियों पर भी पड़ेगा। उत्तराखंड की लाइसेंसिंग अथॉरिटी ने पतंजलि की दिव्य फार्मेसी के 14 उत्पादों के लाइसेंस को निलंबित कर दिया है। पतंजलि पर आरोप है कि इन दवाओं के प्रभाव के बारे में उसने बार-बार भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित कराए। बेशक यह आदेश योगगुरु नाम से चर्चित बाबा रामदेव के लिए नया झटका है। लेकिन ये बात ध्यान में रखनी चाहिए कि उत्तराखंड की लाइसेंसिंग...

  • एक बार में क्यों नहीं मानते अदालत की बात?

    पतंजलि समूह के बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगी है। दोनों की ओर से दिए गए हलफनामे की भाषा माफी मांगने जैसी ही है। साथ ही दोनों ने यह भी कहा है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अक्षरशः पालन किया जाएगा। कोई भ्रामक विज्ञापन नहीं जारी होगा और न कोई प्रेस कांफ्रेंस होगी। लेकिन सवाल है कि जब सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार आदेश दिया था या मौखिक टिप्पणी की थी उसी समय क्यों नहीं उसकी बात मान ली गई थी? सर्वोच्च अदालत की खंडपीठ के कहने के बावजूद भ्रामक विज्ञापन दिए...