Odisha politics

  • बीजू जनता दल की राज्यपाल पर नजर

    ओडिशा में विधानसभा चुनाव के बाद ऐसा लग रहा था कि लगातार 24 साल राज करने के बाद थके हुए नवीन पटनायक सक्रिय विपक्ष की भूमिका नहीं निभा पाएंगे। लेकिन उन्होंने पहले दिन से सबको गलत साबित किया है। वे लगातार सक्रिय हैं और भाजपा को घेरने का काम कर रहे हैं। अभी उनकी पार्टी की नजर मुख्यमंत्री से ज्यादा राज्यपाल पर लगी है। बीजू जनता दल ने राजभवन में होने वाली गतिविधियों को निशाना बनाते हुए कहा है कि ओडिशा का राजभवन भाजपा का चुनावी वार रूम बन गया है। गौरतलब है कि ओडिशा के राज्यपाल रघुबर दास हैं,...

  • बीजद में एक और सेंध

    भारतीय जनता पार्टी ने ओडिशा में ऑपरेशन लोटस तेज कर दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री और बीजू जनता दल के नेता नवीन पटनायक की सक्रियता से भाजपा चिंतित है। उसको लग रहा है कि नवीन पटनायक कोई खेल करें उससे पहले उनको इतना कमजोर कर दिया जाए कि वे खेल करने के लायक नहीं बचें। तभी उनकी पार्टी के दूसरे राज्यसभा सांसद को तोड़ दिया गया है। बीजद के राज्यसभा सांसद सुजीत कुमार ने पार्टी और उच्च सदन से इस्तीफा देकर भाजपा का दामन थाम लिया है। अब राज्य में उनकी सीट पर उपचुनाव होगा, जिसमें भाजपा उनको प्रत्याशी बना देगी...

  • पांडा से नाराज हैं पटनायक और पांडियन?

    एक्जिट पोल के नतीजों में ओडिशा को लेकर कई एक्स्ट्रीम भविष्यवाणी की गई है। एक अनुमान यह है कि भाजपा 23 में से 20 से ज्यादा सीट जीत जाएगी। इसका मतलब है कि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल और कांग्रेस को दो तीन सीटों से संतोष करना होगा। एक्जिट पोल के औसत के मुताबिक भी भाजपा को 15 से 16 सीटें मिल सकती हैं। सवाल है कि क्या केंद्रपाड़ा सीट पर बैजयंत पांडा जीतेंगे? ध्यान रहे अलग अलग कारणों से कुछ सीटों पर पूरे देश की नजर है। जैसे संभलपुर सीट पर, जहां से धर्मेंद्र प्रधान लड़ रहे हैं या पुरी...

  • भाजपा और बीजद की मिलीजुली लड़ाई?

    ओडिशा में भारतीय जनता पार्टी को पिछली बार छप्पर फाड़ सीटें मिली थीं। वह एक सीट से बढ़ कर आठ सीट पर पहुंच गई थी। लेकिन लोकसभा के साथ ही हुए विधानसभा चुनाव में तमाम जोर लगाने के बाद भी भाजपा को सिर्फ 23 ही सीटें मिली थीं। तभी नतीजे के बाद कहा गया था कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भाजपा को लोकसभा चुनाव में चुनाव में थोड़ी बढ़त लेने दी थी। यहां तक कहा गया था कि नवीन पटनायक ने मदद करके भाजपा को आठ सीटें जितवाई थीं। इसका कारण यह बताया जाता है कि नवीन पटनायक अब भी...

  • पांडियन ने अपने को उत्तराधिकारी घोषित किया

    ओडिशा के पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन ने इस बात का इंतजार नहीं किया कि मुख्यमत्री नवीन पटनायक उनको अपना उत्तराधिकारी घोषित करें। उन्होंने खुद ही अपने को नवीन पटनायक के कथित महान समाजवादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का उत्तराधिकारी घोषित कर लिया। पांडियन तमिलनाडु के रहने वाले हैं और ओडिशा कैडर के अधिकारी थे। वे लंबे समय से नवीन पटनायक के निजी सहायक रहे और इस दौरान उन्होंने सरकार के साथ साथ पार्टी के कामकाज पर भी पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया। नवीन पटनायक के करीबी रहे प्यारी मोहन महापात्र के पार्टी से बाहर होने के बाद पांडियन का...

  • नवीन अपना उत्तराधिकारी तय करेंगे?

    ओडिशा के पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन ने इस बात का इंतजार नहीं किया कि मुख्यमत्री नवीन पटनायक उनको अपना उत्तराधिकारी घोषित करें। उन्होंने खुद ही अपने को नवीन पटनायक के कथित महान समाजवादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का उत्तराधिकारी घोषित कर लिया। पांडियन तमिलनाडु के रहने वाले हैं और ओडिशा कैडर के अधिकारी थे। वे लंबे समय से नवीन पटनायक के निजी सहायक रहे और इस दौरान उन्होंने सरकार के साथ साथ पार्टी के कामकाज पर भी पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया। नवीन पटनायक के करीबी रहे प्यारी मोहन महापात्र के पार्टी से बाहर होने के बाद पांडियन का...

  • कांग्रेस के लिए ओडिशा में मौका

    ओडिशा के पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन ने इस बात का इंतजार नहीं किया कि मुख्यमत्री नवीन पटनायक उनको अपना उत्तराधिकारी घोषित करें। उन्होंने खुद ही अपने को नवीन पटनायक के कथित महान समाजवादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का उत्तराधिकारी घोषित कर लिया। पांडियन तमिलनाडु के रहने वाले हैं और ओडिशा कैडर के अधिकारी थे। वे लंबे समय से नवीन पटनायक के निजी सहायक रहे और इस दौरान उन्होंने सरकार के साथ साथ पार्टी के कामकाज पर भी पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया। नवीन पटनायक के करीबी रहे प्यारी मोहन महापात्र के पार्टी से बाहर होने के बाद पांडियन का...

  • नवीन के नाम पर ही लड़ेगी बीजद

    ओडिशा के पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन ने इस बात का इंतजार नहीं किया कि मुख्यमत्री नवीन पटनायक उनको अपना उत्तराधिकारी घोषित करें। उन्होंने खुद ही अपने को नवीन पटनायक के कथित महान समाजवादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का उत्तराधिकारी घोषित कर लिया। पांडियन तमिलनाडु के रहने वाले हैं और ओडिशा कैडर के अधिकारी थे। वे लंबे समय से नवीन पटनायक के निजी सहायक रहे और इस दौरान उन्होंने सरकार के साथ साथ पार्टी के कामकाज पर भी पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया। नवीन पटनायक के करीबी रहे प्यारी मोहन महापात्र के पार्टी से बाहर होने के बाद पांडियन का...

  • नवीन ने भी हिंदू वोटों को मैसेज दिया

    ओडिशा के पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन ने इस बात का इंतजार नहीं किया कि मुख्यमत्री नवीन पटनायक उनको अपना उत्तराधिकारी घोषित करें। उन्होंने खुद ही अपने को नवीन पटनायक के कथित महान समाजवादी और लोकतांत्रिक मूल्यों का उत्तराधिकारी घोषित कर लिया। पांडियन तमिलनाडु के रहने वाले हैं और ओडिशा कैडर के अधिकारी थे। वे लंबे समय से नवीन पटनायक के निजी सहायक रहे और इस दौरान उन्होंने सरकार के साथ साथ पार्टी के कामकाज पर भी पूरी तरह से नियंत्रण कर लिया। नवीन पटनायक के करीबी रहे प्यारी मोहन महापात्र के पार्टी से बाहर होने के बाद पांडियन का...

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