NDA alliance

  • बिहार में एनडीए का समन्वय अभियान चलेगा

    Bihar Politics, बिहार में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों के बीच तालमेल बेहतर करने के लिए समन्वय का अभियान चलाया जाएगा। इसकी शुरुआत जनवरी में होगी और करीब दो महीने तक यह अभियान चलेगा। इस अभियान के तहत बिल्कुल प्रखंड स्तर तक एनडीए के सभी घटक दलों की साझा बैठक होगी। भाजपा के अलावा जनता दल यू, लोक जनशक्ति पार्टी, हिंदुस्तान अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक होगी। इसमें एक दूसरे के साथ तालमेल बेहतर करने को लेकर बातचीत होगी। एलायंस के नेता चाहते हैं कि सभी पार्टियों का बिल्कुल निचले स्तर पर तालमेल...

  • एनडीए के घटक दलों में घमासान

    अनुसूचित जाति यानी एससी के आरक्षण में वर्गीकरण का मसला बिहार में बहुत तूल पकड़े हुए है। भाजपा के नेतृत्व वाले एनडीए के दो घटक दलों के बीच घमासान मचा है। एक अगस्त को जब सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति के आरक्षण में वर्गीकरण की मंजूरी दी थी तभी से जीतन राम मांझी और चिराग पासवान में घमासान छिड़ा था। जब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ भारत बंद हुआ तो मांझी की पार्टी ने इसका विरोध किया, जबकि चिराग पासवान की पार्टी ने समर्थन किया। असल में बिहार या देश के दूसरे हिस्सों में भी मजबूत अनुसूचित जातियों को...

  • एनडीए के घटक दलों को समस्या नहीं

    भारतीय जनता पार्टी के घटक दलों को केंद्र सरकार के किसी एजेंडे से समस्या नहीं है। चाहे वह ‘एक देश, एक चुनाव’ का एजेंडा हो या समान नागरिक संहिता का हो। यहां तक कि वक्फ बोर्ड में संशोधन के विधेयक पर भी भाजपा की सहयोगी पार्टियां साथ देंगी। जानकार सूत्रों का कहना है कि शुरुआती तेवर दिखाने के बाद सबके तेवर ढीले पड़ गए हैं। लोक जनशक्ति पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान अब किसी एजेंडे में अड़ंगा नहीं लगाएंगे। भाजपा की ओर से उनको मैसेज दे दिया गया है। दो तरह से उनको मैसेज दिया गया है।...

  • बिहार के सहयोगियों ने दबाव बढ़ाया

    NDA Alliance: नरेंद्र मोदी को सहयोगी पार्टियों के समर्थन से प्रधानमंत्री बने ढाई महीने हुए हैं और ऐसा लग रहा है कि शुरुआती सद्भाव धीरे धीरे कम हो रहा है। यह भी कह सकते हैं कि सहयोगियों के साथ सरकार का हनीमून पीरियड खत्म हो रहा है। भाजपा की सहयोगी पार्टियां खास कर बिहार का प्रादेशिक पार्टियां भाजपा विरोधी ‘इंडिया’ ब्लॉक की पार्टियों की तरह नीतिगत मसलों पर सरकार को घेर रही हैं। शुरू में ऐसा लगा था कि सहयोगी पार्टियों ने घुटने टेक दिए हैं और मोदी की शर्तों पर ही सरकार चलेगी। लेकिन अब ऐसा नहीं लग रहा...

  • सीट घटी हो लेकिन सहयोगी बेऔकात

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

  • सहयोगियों को सरकार में मिला झुनझुना

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

  • सहयोगी पार्टियों की क्या मजबूरी है?

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

  • सहयोगी पार्टियों की लंबी सूची

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

  • कमजोर पार्टियों से तालमेल के फायदे

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

  • नीतीश की विदेश यात्रा से अटका गठबंधन

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

  • भाजपा के सहयोगियों की चिंता

    इस बार लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की 63 सीटें कम हो गईं। वह बहुमत से 32 सीट पीछे रह गई है लेकिन ऐसा लग रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर इसका कोई असर नहीं है। शुरुआत के दो चार दिनों को छोड़ दें, जब वे बैकफुट पर दिखे और सहयोगी पार्टियों के साथ संबंध सुधार की कोशिश करते दिखाई दे, तो अब उनकी पुरानी राजनीति लौट आई दिख रही है। उन्होंने सहयोगी पार्टियों की स्थिति पहले जैसी ही कर दी है, जैसी भाजपा के पूर्ण बहुमत के समय होती थी। सहयोगियों को न तो उनकी संख्या के...

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