कैसे धूल में मिल गईं वो उम्मीदें?
यह बात पूरे भरोसे से कही जा सकती है कि लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान को संभाल लेने में भाजपा सफल हुई है, तो उसके पीछे इंडिया में शामिल दलों की उद्देश्यहीनता एक प्रमुख कारण है।... हकीकत है कि भाजपा के पास एक विचारधारा एवं मकसद है, भले यह आम हित (common good) के लिए कितना ही खतरनाक हो। पर हिंदुत्व की विचारधारा और हिंदू राष्ट्र कायम करने का मकसद भाजपा समर्थकों को उसे समर्थन देने का तर्क देता है। साल 2024 के मध्य में आए लोकसभा चुनाव के नतीजों से संकेत मिला कि नरेंद्र मोदी का आकर्षण और मजहबी...