NAM Summit

  • भारत की क्या राय?

    निर्गुट सम्मेलन के बाद जारी घोषणापत्र में जो बातें कही गईं, वे इजराइल-फिलस्तीन के मौजूदा युद्ध के बारे में भारत के रुख से मेल नहीं खातीं। इसमें गजा में इजराइली कार्रवाई की दो टूक निंदा की गई, मगर हमास को कोई जिक्र नहीं किया गया। शीत युद्ध के दौर में गुटनिरपेक्ष आंदोलन एक महत्त्वपूर्ण आवाज था। लेकिन सोवियत संघ के विखंडन के साथ चूंकि तत्कालीन एक गुट का विलोप हो गया, तो इस आंदोलन ने भी अपनी प्रासंगिकता खो दी। इसके बावजूद इस समूह को इससे जुड़े देशों ने जिंदा रखा और अब जबकि दुनिया फिर से भूमंडलीकरण की उलटी...