जिन्ना मुरीद थे मुस्तफा कमाल के!
खलीफत खात्मे के सौ साल होने पर इसके सबक से सब को शिक्षित करना चाहिए। .... मुस्तफा कमाल ने तुर्की संसद में कहा था, हमें हर हाल में नया गणराज्य अच्छे आधार और वैज्ञानिक संरचनाओं पर बनना है। खलीफा और उस्मानी अवशेषों को जाना ही होगा। हमें मजहबी कानून हटाकर आधुनिक वैज्ञानिक सिविल कोड बनाना है। मदरसों के बदले सेक्यूलर सरकारी स्कूल स्थापित करना है।... यदि जिन्ना की चेतावनी पर ध्यान देकर गाँधीजी खलीफत आंदोलन से दूर रहते, और मुल्लों के बदले जिन्ना जैसों को महत्व दिया होता तो भारतीय मुसलमानों पर मुस्तफा कमाल जैसी सेक्यूलर आधुनिकता का असर बन...