स्पेक्ट्रम पर ‘कॉरपोरेट वॉर’
अब सवाल है कि क्या भारत सरकार भारत की दोनों सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनियों को नाराज कर ऐसा फैसला करेगी, जो स्टारलिंक चाहती है? या वो रुख बदल कर मस्क, और प्रकारांतर में अमेरिका की नाराजगी मोल लेगी? कंपनियों को सैटेलाइट ब्रॉडबैंड स्पेक्ट्रम कैसे दिया जाए, इस मुद्दे पर भारत सरकार का कड़ा इम्तहान है। वजह यह कि विदेशी और देशी कंपनियां आमने-सामने खड़ी हो गई हैं। फिलहाल भारत सरकार का रुख दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति इलॉन मस्क की कंपनी स्टारलिंक के हक में झुका लगता है। इस रुख का समर्थन अमेजन कंपनी भी कर रही है। मगर इस...