Maratha leaders

  • मराठा नेताओं का खुला परिवारवाद

    यह भारतीय राजनीति की विडंबना है कि जब भी राजनीति में परिवारवाद की बात होती है, जातिवाद की बात होती है या दागी नेताओं की बात होती तो सिर्फ उत्तर भारत की हिंदी की चर्चा होती है। सहज रूप से यह मान लिया जाता है कि राजनीति की ये बुराइयां सिर्फ उत्तर भारत के हिंदी भाषी राज्यों में हैं। मीडिया में भी इसी तरह का एकतरफा नैरेटिव बनाया जाता है। हकीकत यह है कि भारतीय राजनीति की ये बुराइयां समान रूप से पूरे देश में हैं और हर पार्टी के अंदर है। बिहार और उत्तर प्रदेश से ज्यादा जातिवाद तमिलनाडु...