Mahakumbh

  • कुंभ तब और अब

    Mahakumbh 2025: क्या आपने महाकुंभ की तस्वीरें देखी हैं? यकीनन देखी होंगीं। उन पर किसी की नजर न पड़े यह मुमकिन ही नहीं है। सोशल मीडिया उनसे अटा पड़ा है,  वे टीवी-मोबाईल समेत सभी स्क्रीनों पर हैं और अखबार उनसे भरे हुए हैं। मुझे उनमें से सबसे ज्यादा पसंद वह फोटो आई जो काफी ऊंचाई से  एक हेलीकाप्टर से खीची गई है और उत्तर प्रदेश सरकार ने जारी की है। इस फोटो में खंभों पर लगी लाईटें तारों की जगह टिमटिमा रही हैं। धुंध है और ठंड का माहौल है। आकाश धुंधला और अंधकारमय है लेकिन जमीन पर रंग-बिरंगी ज़िन्दगी...

  • साढ़े तीन करोड़ ने लगाई डुबकी

    Mahakumbh 2025 :  महाकुंभ के पहले अमृत स्नान में मंगलवार, 14 जनवरी को मकर संक्रांति के मौके पर साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। सरकार की ओर से आधिकारिक रूप से बताया गया कि साढ़े तीन करोड़ श्रद्धालुओं ने स्नान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कर इसकी जानकारी दी। मकर संक्रांति के मौके पर सबसे बड़े जूना अखाड़े सहित 13 अखाड़ों के साधु और संतों ने स्नान किया। चुके हैं। अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से लगातार फूल बरसाए गए। also read: महाकुंभ 2025: अमृत स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर...

  • हर जगह बस कुंभ का रेलमपेला है!

    घूमने के सारे ठिकाने, पर्यटन स्थल चाहे कितने ही मनमोहक क्यों न हों, वहां कुंभ की रेलमपेल मची रहती है। जबकि छुट्टियों का एक मकसद भीड़-भाड़ से दूर जाना भी होता है। भारत भर में पूरे साल हर तरह के पर्यटन स्थल - बीच हों या पहाड़, तीर्थ हो या नेशनल पार्क - हमेशा बुक रहते हैं। हर जगह कुम्भ के मेले जैसा नज़ारा रहता है।  गहरा नीला आसमान और हवा में झूमते ताड़ के वृक्ष। बालकनी से मैं ज़मीन पर बिछी सफ़ेद रेत का अंतहीन सिलसिला देख सकती हूँ। धूप ठीक उतनी गर्म है, जितनी होनी चाहिए। दूर कहीं...

  • मोदी ने कलश स्थापित किया

    प्रयागराज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मलमास शुरू होने से एक दिन पहले शुक्रवार, 13 दिसंबर को प्रयागराज में महाकुंभ का कलश स्थापित किया। इस मौके पर उन्होंने कुंभ की महत्ता भी समझाई और वहीं से करीब 57 सौ करोड़ रुपए की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री ने गंगा में क्रूज की सवारी भी की और उसे से संगम तट पर पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने गंगा को चुनरी और दूध चढ़ाया। इस मौके पर एक जनसभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा- गुलामी के कालखंड में भी कुंभ की आस्था नहीं रुकी। प्रधानमंत्री ने कहा- संगम आकर...