बांध फूटा! क्या मोदी मानेंगे?
कोशिश हरसंभव हुई। नरेंद्र मोदी-योगी आदित्यनाथ, अमित शाह ने सब कुछ दांव पर लगाया। जय श्रीराम, बजरंग बली और महादेव याकि हिंदू देवी-देवताओं की आन-बान-शान भी दांव पर लगाई गई। बावजूद सबके कर्नाटक में भाजपा का घड़ा फूटा। भाजपा बह गई। मतदाताओं ने भाजपा को कांग्रेस से अधिक महाभ्रष्ट करार देकर उसे प्रदेश से बेदखल किया। पर मोदी क्या ऐसा मानते हुए होंगे? क्या उन्हें लगा होगा कि जनता में उनका तिलिस्म खत्म होता हुआ है? सवाल मुश्किल है। इसलिए क्योंकि नरेंद्र मोदी अपने आपको जितना शक्तिमान दिखलाते हैं उतनी ही भयाकुलता व असुरक्षा में सांस लेते हैं। मैं नरेंद्र...