मुद्दा दलगत नहीं है
भारत में चुनावी रेवड़ी बांटने की फैलती जा रही आत्मघाती राजनीतिक संस्कृति पर अर्थपूर्ण चर्चा के एक मौके को गंवा दिया गया है। इस संस्कृति के कारण देश की जड़ें कमजोर हो रही हैं। दुर्भाग्यपूर्ण है कि सभी दल इस होड़ में शामिल हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी की महाराष्ट्र शाखा को सलाह दी कि विधानसभा चुनाव में वह ऐसे वादे ना करे, जिन्हें बाद में वित्तीय सीमा के कारण लागू करना कठिन हो। इसके पहले कर्नाटक के उप-मुख्यमंत्री डीके शिवकुमार का बयान चर्चित हुआ था, जिससे संकेत मिला कि राज्य सरकार अपनी शक्ति योजना पर पुनर्विचार कर...