International Dance Day 2024

  • संगीत से शरीर का धडकना है नृत्य

    ऋग्वेद के अनेक मंत्रों में नृत्य शब्द का उल्लेख हुआ है। वैदिक, पौराणिक ग्रंथों तथा सामाजिक व ऐतिहासिक कथाओं में भी  नृत्य का महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। इसकी व्यापकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि प्राचीन वैदिक धर्म व पौराणिक ग्रंथों में ईश्वर को भी नृत्य करते हुए चित्रित किया जाता रहा है। यह आदिकाल से भक्ति व मनोरंजन का एक प्रमुख स्रोत रहा है। कहा जाता है कि भारत में कोस-कोस पर पानी और वाणी बदलने की भांति ही कोस -कोस पर नृत्य शैलियां भी विविध हैं। 29 अप्रैल- अंतर्राष्ट्रीय नृत्य दिवस: गीत, संगीत, नृत्य...