Flood

  • दक्षिण सूडान में बाढ़ से लगभग 9 लाख लोग प्रभावित

    जुबा। संयुक्त राष्ट्र मानवीय मामलों के समन्वय कार्यालय (OCHA) ने बताया कि दक्षिण सूडान में बाढ़ (Flood) से 8 लाख 90 हजार से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। विनाशकारी बाढ़ से निपटने के लिए कार्रवाई तेज कर दी गई है। संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी ने शुक्रवार को दक्षिण सूडान की राजधानी जुबा में जारी एक अपडेट रिपोर्ट में कहा कि बाढ़ के कारण अब तक 42 जिलों और अबेई में लगभग 2 लाख 26 हजार लोग विस्थापित हो चुके हैं। ओसीएचए के हवाले से कहा कि दक्षिण सूडान अभूतपूर्व बाढ़ का सामना कर रहा है। पूर्वानुमानों में औसत से ज्यादा...

  • नेपाल में बाढ़-भूस्खलन से भारी तबाही, अबतक 170 की मौत

    काठमांडू। नेपाल (Nepal) के गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि नेपाल में बाढ़ और भूस्खलन से करीब 170 लोगों की मौत हो चुकी है। द हिमालयन टाइम्स के मुताबिक गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ऋषिराम तिवारी ने विभिन्न जिलों में बाढ़ और भूस्खलन से मची तबाही की जानकारी साझा की। मंत्रालय ने रविवार को यह पुष्टि की कि इन आपदाओं में 111 लोग घायल हुए हैं, जबकि लगभग 4,000 लोगों को बचाया गया है। द हिमालयन टाइम्स (The Himalayan Times) ने बताया कि सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती के साथ बचाव और राहत कार्यों समेत तलाशी अभियान में तेजी...

  • म्यांमार में बाढ़ से 113 लोगों की मौत, 64 लापता

    यांगून। म्यांमार (Myanmar) में व्यापक बाढ़ (Flood) के कारण 113 लोगों की मौत हो गई है और 64 लापता हैं। म्यांमार की राज्य प्रशासन परिषद की सूचना टीम ने यह जानकारी दी है। बाढ़ ने ने-पी-ता, काया राज्य, कायिन राज्य, बागो, मैगवे, मांडले इलाकों समेत मोन और शान राज्य तथा अयेयारवाडी क्षेत्र को प्रभावित किया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि 14 सितंबर की शाम तक 72,900 से अधिक घर और 78,000 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं, जिससे देश भर में 320,000 से अधिक लोगों को अस्थायी आश्रय गृह में पनाह लेनी पड़ी।  Also Read : कब है अनंत...

  • बारिस हो गर्मी हो, हर समय संकट

    आज़ादी मिलने से आज तक खरबों रुपया जल प्रबंधन के नाम पर ख़र्च हो गया पर वर्षा के जल का संचय हम आज तक नहीं कर पाए। हमारे देश में वर्ष भर में बरसने वाले जल का कुल 8 फ़ीसद का ही संचयन हो पाता है। बाक़ी 92 फ़ीसद वर्षा का शुद्ध जल बह कर समुद्र में मिल जाता है। जिसका परिणाम यह होता है कि गर्मी की शुरुआत होते ही देश में जल संकट शुरू हो जाता है। देश के ज़्यादातर हिस्से में भारी वर्षा ने हालात बेक़ाबू हैं और समाधान दिखाई नहीं देता। कई बाँधों में जल का...

  • दिल्ली एक जीता जागता नर्क है

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • यह कैसा विकास जो सभी तरह डुबो रहा!

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • कई राज्यों में बारिश से बाढ़ के हालात

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • कई राज्यों में बारिश से बिगड़े हालात

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • यूपी से कर्नाटक तक बारिश, बाढ़ का कहर

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • कई राज्यों में बारिश से हाल बेहाल

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • योजनाओं का हो ‘सोशल ऑडिट’

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • पूर्वोत्तर में बारिश और बाढ़ का कहर

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • बाढ़ के समय जन-धन की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता: सीएम योगी

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • बारिश और बाढ़ की चिंता किसी को नहीं है

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • बाढ़ प्रभावित सिक्किम में फंसे असम के 160 छात्रों को निकाला गया

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • बाढ़ के कारण न्यूयॉर्क में आपातकाल की घोषणा

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • हिमाचल में बारिश के कहर से 26 की मौत, कई लापता

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • शाह ने लिया गुजरात और दिल्ली का जायजा

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • कई राज्यों में बाढ़ ही बाढ़

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

  • 22 राज्यों में बाढ़ के हालात

    जिन लोगों को स्वर्ग और नर्क की अवधारणा में यकीन है या जिन लोगों ने गरुड़पुराण पढ़ा या सुना है उनको पता होगा कि नर्क कैसा होता है। वहां मवाद और खून की नदियां बहती हैं, खाने और पीने को कुछ नहीं मिलता है, विशाल आकार के दूत कोड़े और मुगदर से मारते हैं, कहीं आग से जलाया जाता है तो कहीं खौलते तेल की कड़ाही में डाल दिया जाता है आदि आदि। अगर सचमुच धरती से 99 सहस्त्र योजन दूर स्थित नर्क ऐसा ही है तो उसे देखने के लिए वहां जाने की कोई जरुरत नहीं है। दिल्ली के...

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