प्रार्थना, कामना है महालक्ष्मी आए !
हाल की सदियों में दीपावली ऐश्वर्य, सौभाग्य, समृद्धि और वैभव की अधिष्ठात्री देवी श्री महालक्ष्मी की आराधना, उपासना और स्तुति का पर्व बन गया है। दीपोत्सव के इस गौरवमयी पर्व में असंख्य दीपों की रोशनी में विष्णुप्रिया महालक्ष्मी का आह्वान किया जाता है। और अद्वितीय सौन्दर्य एवं आरोग्य की दाता श्री महालक्ष्मी के आगमन की कामना की जाती है। भारत में प्राचीन काल से कार्तिक महीने की अमावस्या के दिन स्वर्णमयी लक्ष्मी देवी की आराधना- उपासना की परिपाटी है। कार्तिक अमावस्या की तिथि को इसलिए आवाहन किया जाता है क्योंकि मान्यता है कि जिनके आगे घोड़े तथा पीछे रथ रहते...