जैसा मोदी राज वैसी ही संसद!
Parliament Winter Session: यथा राजा तथा प्रजा, हम हिंदुओं का शाश्वत सूत्र वाक्य है। तभी जैसा मोदी राज वैसे ही संसद, संविधान, कोर्ट-कचहरी, विपक्ष, मीडिया आदि उन तमाम संस्थाओं का आज व्यवहार है, जिससे देश, कौम, नस्ल, धर्म, सभ्यता की वह शर्म है जो आजाद भारत के इतिहास में बतौर कलंक निश्चित ही दर्ज रहेगी। कोई मैच ही नहीं है जवाहरलाल नेहरू राज से मोरारजी, देवगौड़ा, वाजपेयी, मनमोहन सिंह राज की संसद से मोदी राज की संसद से! ईमानदारी से सोचें, सन् 2014 में निर्वाचित संसद के काम से लेकर इस सप्ताह की संसदीय घटनाक्रम में ऐसा तनिक भी कुछ...