climate change conference

  • जलवायु की मार और देश बेसुध!

    Climate Change Conference: जलवायु संकट देश, नस्ल, धर्म और जाति के भेद के बिना सभी को मार रहा है, बरबादी की और ले जा रहा है लेकिन देशों और नेताओं के लिए अभी भी मुद्दा नहीं बना है। also read: KKR की बागडोर अब श्रेयस अय्यर की जगह इस खिलाड़ी के हाथ में…नहीं होगा यकीन वर्ष 2024 रिकार्ड बना रहा वर्ष 2024 रिकार्ड बना रहा है। रोजाना जबरदस्त गर्मी और विनाशकारी तूफान की खबरें आ रही है। लोगों की जिंदगी और जीविका के साधन ताश के पत्तों के ढेर की तरह ढहते दिख रहे है। इस साल गर्मी के मौसम में...

  • जलवायु सम्मेलन का रस्म

    ऊर्जा का सबसे ज्यादा उपभोग करने वाले धनिक वर्ग अपने जीवन स्तर में किसी कटौती के लिए तैयार नहीं हैं। सार्वजनिक हित के प्रति उनकी यही लापरवाही जलवायु परिवर्तन रोकने के रास्ते में सबसे बड़ी रुकावट बनी हुई है। आज (11 नवंबर) से अजरबैजान की राजधानी बाकू में संयुक्त राष्ट्र का 29वां जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (कॉप-29) आरंभ हो रहा है। वैसे तो गुजरे 28 वर्षों में साफ हो चुका है कि हर साल होने वाला ये सम्मेलन रस्म-अदायगी भर है, लेकिन इस बार वहां होने वाली चर्चाएं कुछ ज्यादा ही खोखली मालूम पड़ेंगी। एक तो यूक्रेन युद्ध शुरू होने के...