Chandrayaan-3

  • चंद्रयान-3 के बाद ISRO देगा 2024 में बहुत बड़ी खुशखबरी

    ISRO :- भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की सोमवार की रॉकेटिंग में कई चीजें पहली बार हुईं। इनमेें महिलाओं द्वारा निर्मित उपग्रह को अंतरिक्ष में ले जाना, ईंधन सेल का परीक्षण और अन्य शामिल हैं। इसके अलावा वर्ष के पहले दिन पहली बार अंतरिक्ष में सफल प्रक्षेपण क‍िया गया। इसरो ने अपने ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान-सी58 (पीएसएलवी-सी58) के साथ अपने एक्स-रे पोलारिमीटर उपग्रह (एक्सपीओसैट) को 650 किमी की ऊंचाई पर सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित किया। रॉकेट के चौथे चरण को शैक्षणिक संस्थानों, निजी कंपनियों और इसरो के 10 प्रायोगिक पेलोड के साथ एक कक्षीय मंच में बदल दिया गया है।...

  • चंद्रयान-3 रॉकेट का हिस्सा अंतरिक्ष से समुद्र में गिरा

    Chandrayaan 3 :- भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को कक्षा में भेजने वाले भारतीय रॉकेट का ऊपरी चरण पृथ्वी पर वापस आया और उत्तरी प्रशांत महासागर से टकराया। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान को ले जाने वाले एलवीएम-3 रॉकेट के क्रायोजेनिक ऊपरी चरण ने बुधवार को दोपहर करीब 2.42 बजे पृथ्वी के वायुमंडल में अनियंत्रित रूप से पुनः प्रवेश किया। इसरो ने कहा, "संभावित प्रभाव बिंदु की भविष्यवाणी उत्तरी प्रशांत महासागर के ऊपर की गई थी। अंतिम ग्राउंड ट्रैक भारत के ऊपर से नहीं गुजरा। रॉकेट बॉडी (नोराड आईडी 57321)...

  • चंद्रयान-तीन और उड़ने वाले रथ की कहानियां!

    चंद्रयान-तीन का चंद्रमा पर और खासतौर से उसके दक्षिणी ध्रुव की सतह पर उतरना निःसंदेह भारत के वैज्ञानिकों की बड़ी उपलब्धि है। अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में यह उपलब्धि मील का पत्थर है। इसलिए निश्चित रूप से भारत के लोगों को इसके बारे में बताया जाना चाहिए और छात्रों को स्कूलों में इसके बारे में पढ़ाया जाना चाहिए। तभी राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद यानी एनसीईआरटी ने स्कूली छात्रों के लिए चंद्रयान-तीन के बारे में विशेष रीडिंग मॉड्यूल तैयार करने की बात कही तो इसका चौतरफा स्वागत हुआ। एनसीईआरटी ने यह विशेष पाठ्य सामग्री तैयार कर दी है, जिसे...

  • चंद्रयान-3 के लैंडर व रोवर चंद्रमा पर ‘नींद’ से ‘जागने’ को तैयार

    Chandrayaan-3 :- भारत चंद्रयान-3 मिशन के लैंडर और रोवर के दो सप्ताह की 'नींद' के बाद सूर्यास्त के बाद 'जागने' का गवाह बनने वाला दुनिया का पहला देश बनने जा रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने गुरुवार को लोकसभा को सूचित किया कि चंद्रमा पर 22 सितंबर को सुर्योदय होने वाला है। कल जब देश महिला आरक्षण विधेयक के पारित होने पर खुशी मना रहा होगा, तो हम उम्मीद कर सकते हैं कि हम अपने चंद्रयान-3 मिशन को चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतारने वाले (जो पिछले महीने हुआ था) दुनिया का पहला देश बन जाएंगे और...

  • इसरो ने विक्रम को दोबारा लैंड कराया

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • स्लीप मोड में डाला गया मून लैंडर और रोवर प्रज्ञान

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • धरतीवासियों के लिए प्रज्ञान रोवर का संदेश

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • प्रज्ञान रोवर का रास्ता बदला गया

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • चंद्रयान ने भेजी चंद्रमा की जानकारी

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • चंद्रयान-3 लैंडिंग प्वाइंट को ‘शिव शक्ति प्वाइंट’ के नाम से जाना जाएगा: मोदी

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • ऊधमबाज़ी से रुआंसा हुआ चंद्रयान

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • चंद्रयान के रोवर ने रैम्प पर चलने के बाद किया ‘मूनवॉक’

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • राष्ट्रीय गर्व का अवसर

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  • चंद्रयान जुटा रहा जानकारी

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • चांद की धरती पर अपनी छाप छोड़ रहा भारत का चंद्रमा रोवर

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • भारत के जयघोष का क्षण- मोदी

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • चांद पर पहुंचा भारत

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • देश भर से बधाइयों का तांता

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

  • सोमनाथ ने टीम को दी बधाई

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  • चंद्रयान-3 का लैंडर विक्रम चंद्रमा की सतह पर उतरा

    नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, इसरो ने एक और इतिहास बनाया। उसने चंद्रयान-तीन के विक्रम लैंडर को दोबारा चांद की सतह पर लैंड कराया। इसके बाद विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इसरो ने बताया कि चार सितंबर की सुबह आठ बजे विक्रम लैंडर स्लीप मोड में चला गया। इससे पहले इसके तीनों पेलोड ने नई लोकेशन पर काम किया और धरती से डाटा रिसीव किए। अब पेलोड भी स्विच ऑफ हो गए हैं। हालांकि लैंडर के रिसीवर्स काम कर रहे हैं। उम्मीद है कि विक्रम 22 सितंबर को दोबारा अपना काम शुरू कर देगा। गौरतलब है कि...

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