सहमति का सवाल है
भारत एक विशाल और बहुलता भरा देश है। इस देश पर इसके नागरिक नागरिक का समान अधिकार है। इसलिए इस देश का नाम क्या हो, उसकी पहचान कैसी हो, आदि जैसे सवालों पर हर व्यक्ति की राय समान महत्त्व रखती है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) की एक समिति ने सुझाव दिया है कि पाठ्यपुस्तकों में अपने देश का नाम हर जगह इंडिया के स्थान पर भारत लिखा जाए। अगर इस सुझाव का एक खास संदर्भ नहीं होता, तो इस पर विवाद या असहमति की कोई गुंजाइश नहीं होती। आखिर भारतीय संविधान में इस देश का नाम भारत...