बाकू में वक्त बर्बाद?
UN Climate Conference: बंटती हुई दुनिया में एकध्रुवीयता के जमाने में बनी सहमतियां वैसे भी अपनी अहमियत खो रही हैं। जलवायु सम्मेलन की प्रक्रिया उसी दौर में शुरू हुई थी। तो कुल मिला कर, जैसा अंदेशा था, बाकू सम्मेलन रस्म-अदायगी का मौका बन कर रह गया। also read: चन्नापटना सीट के हवाले शिवकुमार की राजनीति संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन के मुद्दे अजरबैजान के बाकू में हुए संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (कॉप-29) में कार्बन गैसों का उत्सर्जन रोकने का मुद्दा निष्प्रभावी ही बना रहा। सारी बात जलवायु परिवर्तन से एडजस्ट करते हुए नुकसान को यथासंभव सीमित रखने पर टिकी रही। यह मसला...