साहित्य जगत में हंगामा क्यों मचा है?
पिछले साल हिंदी के प्रख्यात लेखक एवम संस्कृतिकर्मी अशोक वाजपेयी ने इसलिए इस समारोह का बहिष्कार किया था कि उनसे आयोजकों ने पूछा था कि वे पहले सूचित करें कि वे मंच पर क्या बोलेंगे। लेकिन इस बार आइटम गर्ल को बुलाए जाने से विवाद अधिक है।... साहित्य के नाम पर मनोरंजन का मंच सजाने पर उस मंच की शोभा बढ़ाने की बजाय अगर लेखक जन आंदोलनों में शामिल हों और लेखन, पठन का अपना मंच सजाएं तो क्या वह ज्यादा बेहतर नहीं होगा? पिछले कुछ दिनों से हिंदी साहित्य की दुनिया में हंगामा बरपा हुआ है। एक टीवी चैनल...