जम्मू कश्मीर के श्रीनगर में करीब 33 साल बाद मुहर्रम का जुलूस गुरुबाजार से डलगेट तक निकला गया। गुरुवार को सुबह से ही बड़ी संख्या में अकीदतमंद मुहर्रम के जुलूस में शामिल हुए। 90 के दशक में कश्मीर में आतंकवाद फैलने के बाद मुहर्रम का जुलूस नहीं निकाला गया था। पर 33 वर्ष बाद शिया समुदायों ने 8वें मुहर्रम (गुरुवार) के अजादारी का जुलूस सशर्त निकाला। जम्मू-कश्मीर प्रशासन द्वारा अनुमति दिए जाने के बाद शिया समुदाय के सदस्यों ने यह जुलूस निकाला। एक अधिकारी ने कहा कि जुलूस की अनुमति देने का प्रशासन का निर्णय एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम के शांतिपूर्ण समापन से प्रशासन को अन्य मुद्दों पर भी इसी तरह के निर्णय लेने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कश्मीर के लोगों ने ऐसा माहौल बनाया है जिससे प्रशासन को यह फैसला लेने में मदद मिली है।
फोटोः आबिद भट्ट