इधर रोहित शर्मा ने एक फैसला लिया और उधर दिल्ली कैपिटल्स का डिब्बा गोल हो गया. आईपीएल 2025 में एक ऐसा नज़ारा देखने को मिला जिसने फैंस को चौंका कर रख दिया।
एक ओर मैदान पर खिलाड़ी अपना पसीना बहा रहे थे, वहीं दूसरी ओर डगआउट में बैठे रोहित शर्मा ने अपनी चुप्पी में ही एक ऐसा दांव खेला कि दिल्ली कैपिटल्स की पूरी टीम की रणनीति धराशायी हो गई।
मैच के 13वें ओवर के बाद रोहित शर्मा ने एक अहम फैसला लिया — एक ऐसा दिमागी खेल जिसे देखने के बाद फैंस को चाचा चौधरी की याद आ गई, जिनका दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है।
हार्दिक पंड्या मैदान पर कप्तानी कर रहे थे, लेकिन मैच की असली दिशा डगआउट में बैठे ‘हिटमैन’ ने तय की। दिल्ली कैपिटल्स मज़बूत स्थिति में दिख रही थी और लग रहा था कि ये मुकाबला उनके नाम हो जाएगा।
लेकिन रोहित शर्मा ने सही समय पर बॉलिंग में बदलाव कराया, फील्डिंग सेटिंग बदली और गेम का पूरा रुख पलट दिया। उनकी रणनीति इतनी सटीक साबित हुई कि दिल्ली की बल्लेबाज़ी लड़खड़ा गई और एक के बाद एक विकेट गिरते चले गए।
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मैच खत्म होते-होते मुंबई इंडियंस ने 12 रन से धमाकेदार जीत दर्ज कर ली। रोहित शर्मा का बल्ला भले ही इस सीज़न शांत हो, लेकिन उनकी क्रिकेटिंग समझ और अनुभव का लोहा सभी मान रहे हैं। वो ना केवल टीम के लिए प्रेरणा बने हुए हैं, बल्कि डगआउट से ही मैच की दिशा और दशा तय कर रहे हैं।
इस मैच ने एक बार फिर साबित कर दिया कि क्रिकेट सिर्फ ताक़त का नहीं, दिमाग का भी खेल है — और जब बात दिमाग की हो, तो रोहित शर्मा जैसा खिलाड़ी हर बार बाज़ी पलट सकता है।
रोहित शर्मा ने बदला मैच का रुख
आईपीएल 2025 के इस रोमांचक मुकाबले में एक बार फिर साबित हो गया कि अनुभव और समझदारी सिर्फ मैदान पर नहीं, बल्कि डगआउट में बैठकर भी मैच का पासा पलट सकती है। इस बार मुंबई इंडियंस के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया।
मैच में एक वक्त ऐसा आया जब दिल्ली कैपिटल्स की टीम धीमे-धीमे लक्ष्य की ओर बढ़ रही थी। तब न तो गेंदबाजों की लाइन-लेंथ कुछ खास प्रभाव डाल रही थी और न ही फील्डिंग सेटिंग में कोई खास असर दिख रहा था। लेकिन तभी रोहित शर्मा ने एक ऐसा मास्टरस्ट्रोक खेला जिसने मैच की दिशा ही बदल दी।
रोहित शर्मा की सलाह ने उड़ाए दिल्ली के होश
दिल्ली की पारी के 13वें ओवर के बाद रोहित ने मुंबई इंडियंस के हेड कोच माहेला जयवर्धने से बातचीत की और एक खास सलाह दी। उन्होंने सुझाव दिया कि तुरंत नई गेंद ली जाए और उसके साथ विकेट के दोनों छोर से स्पिनर्स से आक्रामक गेंदबाज़ी करवाई जाए।
रोहित की ये रणनीति किसी प्लानिंग बोर्ड से कम नहीं थी। दिल्ली की टीम उस समय पहले ही दबाव में थी, और नई गेंद के साथ स्पिन अटैक ने उनकी मुश्किलें दोगुनी कर दीं।
अगले 3 ओवर में आया धमाकेदार असर
जैसे ही रोहित की सलाह मानी गई, मुंबई इंडियंस ने एक छोर से कर्ण शर्मा और दूसरे छोर से मिशेल सैंटनर को अटैक पर लगाया। नतीजा ये हुआ कि अगले तीन ओवरों में दिल्ली की टीम सिर्फ 19 रन ही बना सकी।
इतना ही नहीं, कर्ण शर्मा ने इन ओवरों में दो बड़े विकेट भी चटका दिए — एक तो ताबड़तोड़ बल्लेबाज ट्रिस्टन स्टब्स का और दूसरा इनफॉर्म केएल राहुल का। इन दोनों विकेटों से दिल्ली की कमर टूट गई और पूरा मुकाबला मुंबई के पक्ष में झुक गया।
मैदान के बाहर से भी ‘हिटमैन’ का जलवा
इस मैच में रोहित शर्मा का बल्ला भले शांत रहा हो, लेकिन उनके दिमाग ने वो कर दिखाया जो हार्दिक पंड्या भी मैदान पर खड़े होकर नहीं सोच पाए। एक सटीक समय पर लिया गया फैसला, सही गेंदबाजों की तैनाती और नई गेंद की टाइमिंग ने मैच को पलट दिया।
रोहित शर्मा ने फिर साबित कर दिया कि वो सिर्फ एक बेहतरीन बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि क्रिकेट के अद्भुत रणनीतिकार भी हैं। मैदान के बाहर बैठकर भी उन्होंने यह दिखा दिया कि खेल सिर्फ हाथों से नहीं, दिमाग से भी जीता जाता है।
मुंबई इंडियंस ने न सिर्फ दिल्ली कैपिटल्स को 12 रन से हराया, बल्कि आईपीएल 2025 में एक बार फिर खुद को खिताब की दौड़ में मज़बूती से बनाए रखा। और इस जीत के पीछे सबसे बड़ी कहानी थी — रोहित शर्मा की सोच, जिसकी गूंज अब हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में है।
पहले बल्लेबाज़ी में मुंबई का धमाका
आईपीएल 2025 का रोमांच अपने चरम पर है, और हर मुकाबला नए मोड़ लेता दिख रहा है। ऐसे ही एक दिलचस्प मुकाबले में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रनों से मात देकर ना सिर्फ जीत दर्ज की, बल्कि एक मजबूत संदेश भी दे दिया कि वे टूर्नामेंट में वापसी के पूरे मूड में हैं।
टॉस हारने के बावजूद मुंबई इंडियंस ने पहले बल्लेबाजी करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया। टीम ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 205 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। ओपनर्स ने तेज़ शुरुआत दी, मिडल ऑर्डर ने पारी को संभाला और आख़िरी ओवरों में ताबड़तोड़ हिटिंग ने स्कोर को 200 के पार पहुंचाया।
दिल्ली के गेंदबाजों को पूरी पारी के दौरान संघर्ष करते देखा गया। न तो कोई सटीक लाइन-लेंथ थी और न ही प्लानिंग में कोई धार। मुंबई के बल्लेबाजों ने पूरे आत्मविश्वास के साथ शॉट्स लगाए और दर्शकों को भरपूर मनोरंजन मिला।
दिल्ली की लड़खड़ाती लेकिन मज़बूत शुरुआत
206 रनों का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की शुरुआत अच्छी रही। टॉप ऑर्डर ने रन गति को बनाए रखा और कुछ वक्त तक ऐसा लगा कि दिल्ली मैच छीन सकती है। लेकिन जैसे-जैसे पारी आगे बढ़ी, मुंबई के गेंदबाज़ों ने दबाव बनाना शुरू कर दिया।
मैच का टर्निंग पॉइंट बना कर्ण शर्मा का जादुई स्पैल। उन्होंने दिल्ली की बल्लेबाज़ी की रीढ़ तोड़ते हुए 3 अहम विकेट झटके। ट्रिस्टन स्टब्स, केएल राहुल और अक्षर पटेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज़ों को पवेलियन लौटाकर उन्होंने न सिर्फ रनगति रोकी, बल्कि दिल्ली की उम्मीदों को भी झटका दिया।
अपने शानदार प्रदर्शन के लिए कर्ण शर्मा को प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड भी मिला। उनका अनुभव, लाइन-लेंथ और विकेट लेने की टाइमिंग ने उन्हें मैच का हीरो बना दिया।
दिल्ली कैपिटल्स की पूरी टीम 19वें ओवर में 193 रन पर ऑलआउट हो गई। आखिरी ओवरों में हार का डर साफ़ दिख रहा था और बल्लेबाज हड़बड़ी में विकेट गंवाते चले गए।
मुंबई इंडियंस ने यह मुकाबला 12 रन से जीतकर टूर्नामेंट में अपनी दूसरी जीत दर्ज की। वहीं, दिल्ली कैपिटल्स को 5 मैचों में पहली बार हार का सामना करना पड़ा।
क्या कहते हैं आँकड़े?
मुंबई इंडियंस – 20 ओवर, 5 विकेट पर 205 रन
दिल्ली कैपिटल्स – 19 ओवर, 193 रन ऑलआउट
प्लेयर ऑफ द मैच – कर्ण शर्मा (3 विकेट)
मुंबई की स्थिति – 6 में से 2 जीत
दिल्ली की स्थिति – 5 में से 4 जीत, 1 हार
मुंबई इंडियंस ने इस जीत से दिखा दिया कि वो भले ही टूर्नामेंट की शुरुआत में धीमी रफ़्तार से चल रही हो, लेकिन अब हर मैच में वो अपना प्रभाव छोड़ने को तैयार है।
वहीं, दिल्ली को इस हार से सबक लेते हुए अपनी कमजोरियों पर काम करना होगा, खासकर दबाव के हालात में संयम बनाए रखने की कला सीखनी होगी। क्रिकेट के इस महाकुंभ में एक बार फिर साबित हो गया – मैच की बाज़ी आख़िरी गेंद तक पलट सकती है!