भारतीय जनता पार्टी के तीन शीर्ष नेताओं- अमित शाह, जेपी नड्डा और बीएल संतोष की दो दिन में 10 घंटे से ज्यादा बैठक हुई है। सोमवार की रात को चार घंटे और मंगलवार की सुबह छह घंटे बैठक चली, जिसमें साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा हुई। लेकिन इसके साथ ही संगठन की कमजोरी और ताकत पर भी वस्तुनिष्ठ तरीके से विचार किया गया है। बताया जा रहा है कि राज्यों से मिली फीडबैक के आधार पर पार्टी के शीर्ष नेताओं का मानना है कि कुछ राज्यों में पार्टी के अध्यक्ष पर्याप्त अनुभव वाले या जमीनी पकड़ वाले नहीं हैं। इसलिए उनके भरोसे लोकसभा का चुनाव नहीं लड़ा जा सकता है। ध्यान रहे साल के अंत में पांच राज्यों में चुनाव हैं लेकिन भाजपा की नजर अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव पर है। सो, तैयारी भी 2024 के हिसाब से हो रही है।
जानकार सूत्रों के मुताबिक चार राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की चर्चा है। इसमें कर्नाटक सबसे ऊपर है। नलिन कुमार कतील को विधानसभा चुनाव से पहले ही बदला जाना था। लेकिन किसी वजह से पार्टी फैसला नहीं कर सकी। चुनाव में भाजपा के बुरी तरह से हारने के बाद प्रदेश अध्यक्ष का बदला जाना तय है। लेकिन कर्नाटक का मामला थोड़ा उलझा हुआ है। वहां भाजपा को विधायक दल का नेता भी तय करना है और यह भी देखना है कि पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा और उनके परिवार को किस तरह से एडजस्ट किया जाए। पार्टी को लिंगायत वोट का ध्यान रखते हुए ओबीसी का भी ध्यान रखना है। कहा जा रहा है कि कर्नाटक पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ध्यान दे रहे हैं।
दिल्ली में दो दिन हुई भाजपा नेताओं की बैठक के बाद यह भी कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश में भी नया अध्यक्ष नियुक्त किया जा सकता है। अभी भूपेंद्र चौधरी अध्यक्ष हैं, जो पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हैं और जाट समुदाय से आते हैं। किसानों के बाद पहलवानों के आंदोलन से जाटों में भाजपा की हवा बिगड़ी है। सो, पार्टी कोई मजबूत और बड़ा चेहरा लाने के बारे में विचार कर रही है। वैसे उत्तर प्रदेश में पार्टी के पास योगी आदित्यनाथ का चेहरा है और लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए लड़ा जाना है इसलिए पार्टी के कुछ नेता जातीय समीकरण बनाने की संभावना को नकार रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि कोई मुखऱ हिंदुवादी चेहरा आ सकता है।
झारखंड में प्रदेश अध्यक्ष बदले जाने की चर्चा जनवरी से हो रही है लेकिन जेपी नड्डा के कार्यकाल का विस्तार होने के बाद चर्च थम गई थी। अब फिर कहा जा रहा है कि दीपक प्रकाश की जगह नया अध्यक्ष बनाया जा सकता है। पार्टी आदिवासी अध्यक्ष बनाने पर विचार कर रही है। महाराष्ट्र में भाजपा ने पिछले साल अगस्त में चंद्रशेखर बावनकुले को अध्यक्ष बनाया है लेकिन उनकी कमान में लोकसभा चुनाव लड़े जाने को लेकर संशय है। उनकी जगह कोई ज्यादा अनुभवी नेता लाया जा सकता है। बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में नए अध्यक्ष बने हैं तो वहां उनकी टीम का गठन किया जाना है।