कांग्रेस पार्टी आधिकारिक रूप से ऐलान नहीं कर रही है कि कमलनाथ ही पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे लेकिन यह साबित करने का कोई मौका भी नहीं चूक रही है। किसी न किसी तरह से बताया जा रहा है कि पार्टी उनके चेहरे पर ही चुनाव लड़ेगी। पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने कई बार इसका स्पष्ट इशारा किया है। वे कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिन रात मेहनत कर रहे हैं। दूसरी ओर कमलनाथ भी इसका मैसेज बनवाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इसी कोशिश के तहत वे ‘कमलनाथ संदेश यात्रा’ शुरू करने जा रही हैं।
सोचें, कांग्रेस में कांग्रेस संदेश यात्रा निकलती है या सोनिया और राहुल गांधी के संदेश की यात्रा निकलती है लेकिन मध्य प्रदेश में कमलनाथ अपने नाम से संदेश यात्रा निकाल रहे हैं। जाहिर है जब संदेश यात्रा उनके नाम से निकल रही है तो उस संदेश को लागू करने की जिम्मेदारी भी उनको ही मिलेगी। ऐसा पहली बार हो रहा है, जब किसी राज्य में प्रदेश के नेता के नाम पर कांग्रेस की यात्रा निकल रही है। इसके जरिए बताया जा रहा है कि कमलनाथ पिछड़े वर्ग को साधने की कोशिश कर रहे हैं। 15 जून से शुरू हो रही इस यात्रा का समापन भाजपा के दिग्गज नेता और राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा के क्षेत्र में होगी। कमलनाथ की यह यात्रा राज्य के 10 जिलों से गुजरेगी।