एक्जिट पोल के नतीजों में ओडिशा को लेकर कई एक्स्ट्रीम भविष्यवाणी की गई है। एक अनुमान यह है कि भाजपा 23 में से 20 से ज्यादा सीट जीत जाएगी। इसका मतलब है कि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल और कांग्रेस को दो तीन सीटों से संतोष करना होगा। एक्जिट पोल के औसत के मुताबिक भी भाजपा को 15 से 16 सीटें मिल सकती हैं। सवाल है कि क्या केंद्रपाड़ा सीट पर बैजयंत पांडा जीतेंगे? ध्यान रहे अलग अलग कारणों से कुछ सीटों पर पूरे देश की नजर है। जैसे संभलपुर सीट पर, जहां से धर्मेंद्र प्रधान लड़ रहे हैं या पुरी जहां से संबित पात्रा हैं और केंद्रपाड़ा, जहां से जय पांडा लड़ रहे हैं।
जानकार सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री नवीन पटनायक और उनके करीबी सहयोगी पूर्व आईएएस अधिकारी वीके पांडियन उनके बहुत नाराज हैं। दोनों ने जय पांडा को हराने के संकल्प के साथ चुनाव लड़ा है। बताया जा रहा है कि पटनायक और पांडियन दोनों का मानना है कि नवीन पटनायक की सेहत को लेकर जो चर्चाएं चल रही हैं, जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी टिप्पणी की, उनके पीछे जय पांडा हैं। पांडियन का कहना है कि जब जय पांडा बीजू जनता दल में थे और केंद्रपाड़ा से सांसद जीते तब वे चाहते थे कि नवीन पटनायक उनको संसद की वित्त मामलों की संसदीय समिति का अध्यक्ष बनवा दें। जब नवीन बाबू ने ऐसा नहीं किया तो उन्होंने उसी समय से यानी कोई 10 साल पहले से ही उनकी सेहत को लेकर इधर उधर खबरें फैलानी शुरू कर दी। ध्यान रहे अगर इस बार के चुनाव में बीजू जनता दल की सीटें कम होती हैं तो उसके पीछे नवीन पटनायक की सेहत को लेकर फैली अफवाहों का बड़ा हाथ होगा।