मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ राज्य में कांग्रेस की संभावना को नुकसान पहुंचा रहे हैं। राज्य का दौरा करके लौटे एक जानकार पत्रकार ने सोशल मीडिया में लिखा कि कुछ समय पहले तक कांग्रेस के पक्ष में एकतरफा माहौल दिख रहा था लेकिन अब हालात बदल रहे हैं। ऐसा नहीं है कि भाजपा बहुत अच्छा करने लगी है इसलिए हालात बदल रहे हैं, बल्कि कमलनाथ की गलतियों की वजह से कांग्रेस को नुकसान हो रहा है। हालांकि अब भी कांग्रेस को बढ़त दिख रही है लेकिन जिस तरह से कमलनाथ काम कर रहे हैं उससे कांग्रेस को नुकसान होने की संभावना दिख रही है। मध्य प्रदेश से ज्यादा कांग्रेस को देश के दूसर हिस्सों में नुकसान हो रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस के नेता इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कांग्रेस में भी किसी को समझ नहीं आ रहा है कि कमलनाथ क्यों धीरेंद्र शास्त्री को इतना महत्व दे रहे हैं। वे पहले भी उनसे मिलने जाते रहे हैं। लेकिन अब उन्होंने भारी भरकम खर्च करके उनको अपने यहां बुलाया और उनका भव्य कार्यक्रम कराया। बाद में जब उनसे धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र वाले बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि भारत में 82 फीसदी हिंदू हैं तो भारत कौन सा राष्ट्र है। एक तरह से उन्होंने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र है। सवाल है कि क्या इससे हिंदू वोट का ज्यादा बड़ा हिस्सा भाजपा को छोड़ कर कांग्रेस के साथ चला जाएगा? इसकी संभावना कम है।
कांग्रेस को हिंदू वोट हिंदुत्व की विचारधारा अपनाने की वजह से नहीं मिलेगा। वह वोट सरकार विरोधी माहौल से मिलेगा। लेकिन हिंदुत्व की राजनीति की वजह से मुस्लिम वोट टूट भी सकता है। कमलनाथ की इस राजनीति से मध्य प्रदेश में ओवैसी की पार्टी के लिए मौका बन रहा है। राज्य में जितनी करीबी लड़ाई है उसे देखते हुए कमलनाथ को ज्यादा सावधान रहना चाहिए। वोट के संतुलन में मामूली बदलाव से भी कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। कांग्रेस के नेता कर्नाटक फॉर्मूले की बात करते हैं लेकिन किसी ने कमलनाथ को इसके बारे में समझाया नहीं है। उनको हिंदू होने का प्रचार करना चाहिए लेकिन इसके लिए धीरेंद्र शास्त्री का इस्तेमाल नुकसान पहुंचाएगा।