तेलंगाना पिछले कुछ दिनों से लगातार गलत कारणों से चर्चा में है। राज्य सरकार द्वारा पत्रकारों की गिरफ्तारी और मुख्यमंत्री की ओर से दिए जा रहे अनर्गल बयानों की वजह से कांग्रेस बैकफुट पर है। (osmania university demonstration )
अब राज्य के प्रतिष्ठित ओस्मानिया यूनिवर्सिटी में धरना देने और प्रदर्शन करने पर पूरी तरह से रोक लगा दिया गया है। इसे लेकर भी कांग्रेस पार्टी और राज्य की रेवंत रेड्डी सरकार हमले का निशाना बन रही है।
राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी भारत राष्ट्र समिति ने इस पर राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है। उसने इसे तानाशाही वाला फैसला बताया है और कहा है कि सरकार युवाओं की आजादी छीन रही है। (osmania university demonstration)
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धरना देने पर रोक लगाई (osmania university demonstration)
हैदराबाद के ओस्मानिया यूनिवर्सिटी ने विश्वविद्यालय परिसर में प्रदर्शन करने या धरना देने पर रोक लगाई है और साथ ही विश्वविद्यालय के तमाम कॉलेजों के लिए भी इसी तरह का आदेश जारी किया है। (osmania university demonstration)
इसका मतलब है कि ओस्मानिया यूनिवर्सिटी से जुड़े किसी भी कॉलेज में धरना, प्रदर्शन नहीं हो पाएगा। बीआरएस का कहना है कि हैदराबाद यूनिवर्सिटी के छात्र रोहित वेमुला की मौत के बाद धरने और प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस ने क्या रुख अपनाया था और अब उसकी सरकार ठीक उसका उलटा कर रही है।
इस फैसले के विरोध में बीआरएस नौजवानों और छात्रों को एकजुट कर रही है। अभी राज्य में कांग्रेस की सरकार बने डेढ़ साल हुए हैं और इतने समय में ही रेवंत रेड्डी ने कई किस्म के विवाद खड़े कर दिए हैं। (osmania university demonstration)