delhi election results: इतिहास दोहराने की कहावत दिल्ली में चरितार्थ हुई है। 27 साल बाद भाजपा सरकार में आई है यह भी इतिहास का दोहराना है लेकिन दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री और तीसरी महिला मुख्यमंत्री का इतिहास भी दोहराया गया है।
भारतीय जनता पार्टी ने 1998 के विधानसभा चुनाव से तीन महीने पहले सुषमा स्वराज को दिल्ली का मुख्यमंत्री बनाया था।(delhi election results)
उन्होंने खूब मेहनत भी की थी कि दिसंबर 1998 में हुए विधानसभा चुनाव में प्याज की कीमतों पर भाजपा चुनाव हार गई। कांग्रेस जीती और शीला दीक्षित के रूप में दिल्ली को दूसरी महिला मुख्यमंत्री मिली।
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चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बदलना(delhi election results)
ठीक यही कहानी आतिशी के साथ दोहराई गई है। अरविंद केजरीवाल 156 दिन जेल में बीता कर सितंबर में जेल से बाहर निकले तो उन्होंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और आतिशी को मुख्यमंत्री बनाया।
इसके पांच महीने के बाद विधानसभा के चुनाव हुए और आम आदमी पार्टी हार कर सत्ता से बाहर हो गई। उस समय कांग्रेस 52 सीट जीती थी और भाजपा 15 सीटों पर रह गई थी।(delhi election results)
इस बार भाजपा 49 सीट जीती है और आप को 22 सीटें मिली हैं। उस समय सुषमा स्वराज हौजखास सीट से चुनाव जीत गई थीं और इस बार भी आतिशी कालकाजी सीट से अपना चुनाव जीत गई हैं।
बहरहाल, इन दोनों अनुभवों से पार्टियां सीखेंगी कि चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बदलना कोई बहुत समझदारी का दांव नहीं होता है।(delhi election results)