delhi congress: दिल्ली में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान के बाद एक्जिट पोल के जो अनुमान आए हैं वे कांग्रेस के लिए बहुत उत्साहवर्धक नहीं है क्योंकि ज्यादातर एजेंसियों ने दिल्ली में चुनाव को एकदम आमने सामने का यानी बाईपोलर बताया है।
कोई भी एजेंसी कांग्रेस को लड़ाई में नहीं मान रही है। जहां तक सीटों की बात है तो सिर्फ खाता खुलने की बात हो रही है। हालांकि हो सकता है कि खाता भी नहीं खुले क्योंकि कोई यह नहीं बता रहा है कि अगर खाता खुलता है तो कांग्रेस कौन सी सीट जीत सकती है।
एससी वर्ग की आरक्षित 12 और मुस्लिम बहुल आठ सीटों को मिला कर कुल 20 सीटें हैं, जिनके बारे में कहा जा रहा है कि कांग्रेस इन पर मजबूती से लड़ी है।
इसके अलावा नई दिल्ली, चांदनी चौक जैसी कुछ अन्य सीटें भी हैं, जहां कांग्रेस ने मेहनत के साथ चुनाव लड़ा है।(delhi congress)
परंतु अगर कांग्रेस बहुत अच्छा प्रदर्शन नहीं करती है तब भी आगे की राजनीति के लिहाज से उसको बड़ा फायदा होगा, बशर्ते एक्जिट पोल के अनुमान सही साबित हो जाएं।
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अरविंद केजरीवाल की ऑथोरिटी कमजोर(delhi congress)
अगर एक्जिट पोल के अनुमान सही साबित होते हैं यानी आम आदमी पार्टी चुनाव हार कर सत्ता से बाहर हो जाती है तो कांग्रेस को दो फायदे हैं।
पहला फायदा तो यह है कि दिल्ली में भाजपा के पांच साल के राज में कांग्रेस अपने को मजबूत करेगी। आम आदमी पार्टी में बिखराव होगा।
अरविंद केजरीवाल की ऑथोरिटी कमजोर होगी। कांग्रेस का जो वोट उनके साथ गया था वह कांग्रेस की ओर लौटेगा।(delhi congress)
दूसरा फायदा यह है कि ‘इंडिया’ ब्लॉक की राजनीति में कांग्रेस को मजबूती मिलेगी। अभी पार्टियां कांग्रेस को फॉर गारंटीड लेती हैं।
उनको लगता है कि वे जहां चाहें वहां खड़े होकर कांग्रेस को हरा दें लेकिन कांग्रेस यह काम उनके साथ नहीं कर सकती है क्योंकि कांग्रेस को मुस्लिम मतदाताओं के बीच साख बिगड़ने का खतरा रहता है।
इस बार कांग्रेस ने दिल्ली में वह जोखिम उठाया। अगर किसी वजह से आम आदमी पार्टी हार जाती है तो यह मैसेज होगा कि कांग्रेस ने उसको हराया।
फिर विपक्षी पार्टियों को पुरानी धारणा बदलनी होगी। कांग्रेस को इसका तात्कालिक फायदा बिहार में होगा, जहां राजद के नेता अभी से कम सीटें लेने का दबाव बना रहे हैं।
दिल्ली में कांग्रेस का मकसद आप को हराना था अगर वह इसमें कामयाब हो जाती है तो उसकी राजनीति मजबूत होगी और यही उसकी जीत होगी।(delhi congress)