कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत और उसके बाद लोकसभा चुनाव में उसके अच्छे प्रदर्शन के बाद यह कहा जाने लगा है कि देश के मुसलमानों का भरोसा कांग्रेस पर बढ़ा है। इससे कई प्रादेशिक पार्टियां आशंकित हैं। इनमें कांग्रेस की सहयोगी पार्टियां भी शामिल हैं। ममता बनर्जी तो आशंकित हैं ही समाजवादी पार्टी, जेएमएम और राजद जैसी पार्टियां भी आशंकित हैं। कांग्रेस ने भी इन पार्टियों से तालमेल के बावजूद स्वतंत्र रूप से मुस्लिम वोट की राजनीति शुरू कर दी है। यह सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में देखने को मिल रहा है, जहां अगले कुछ दिन में 10 विधानसभा सीटों के उपचुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस इनमें से पांच सीटों की दावेदारी कर रही है।
उपचुनावों की घोषणा से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने जेल में बंद समाजवादी पार्टी के विधायक जाहिद बेग के परिजनों से मुलाकात की। जाहिद बेग पूर्वांचल की भदोही सीट से विधायक हैं। जैसे ही अजय राय उनके परिजनों से मिलने पहुंचे वैसे ही समाजवादी पार्टी ने भी एक कमेटी बना कर उनको जाहिद बेग के घर भेजने का फैसला किया है। इससे पहले सपा ने दूरी रखी थी। अब सपा को समझ में आ रहा है कि कांग्रेस पूर्वांचल में भी मुस्लिम वोट की स्वतंत्र राजनीति कर रही है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तो कांग्रेस ने पैर जमा लिए हैं और जाने माने मुस्लिम नेता उसके साथ हैं। अब उसकी नजर पूर्वांचल की सीटों पर है। आने वाले दिनों मुस्लिम वोट की यह राजनीति तेज होगी।