congress Rahul Gandhi : कांग्रेस के सर्वोच्च नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी छह और सात मार्च को गुजरात के दौरे पर थे। दौरे के दूसरे दिन उन्होंने कहा कि कांग्रेस में दो तरह के लोग हैं।
एक, जो कांग्रेस के लिए काम करते हैं और दूसरे जो कांग्रेस में रह कर भाजपा के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा था कि ऐसे 30-40 लोगों की पहचान करके उनको पार्टी से निकाला जाएगा। उस समय भी यह सवाल उठा था कि जब ऐसे लोगों की पहचान नहीं हुई है तो किसके बारे में राहुल गांधी दावा कर रहे हैं?
अब उनके बयान के 10 दिन बाद यह सवाल है कि कांग्रेस में रह कर भाजपा के लिए काम करने वाले लोगों की पहचान करने और उनको पार्टी से निकालने का क्या हुआ? कब तक पार्टी इस पर कोई कार्रवाई करेगी? राहुल गांधी तो बयान देकर वियतनाम चले गए। बाकी पार्टी के नेता जवाब देते घूम रहे हैं।
पिछले दिनों प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शक्ति सिंह गोहिल से इस बारे में पूछा गया कि क्या पार्टी ने कांग्रेस में रह कर भाजपा की मदद करने वाले नेताओं की पहचान की है। (congress Rahul Gandhi )
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कांग्रेस का कौन नेता भाजपा के लिए (congress Rahul Gandhi )
इसके जवाब में गोहिल ने बड़ा ईमानदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि उनके या पार्टी के पास कोई एक्सरे तो है नहीं, जिससे पता कर लें कि कांग्रेस का कौन नेता भाजपा के लिए काम कर रहा है।
लेकिन कोई सबूत मिलेगा तो पार्टी जरूर कार्रवाई करेगी। उनके जवाब से जाहिर हो गया है कि कांग्रेस पार्टी को कुछ भी पता नहीं है कि पार्टी में कोई ऐसा नेता है, जो भाजपा की मदद कर रहा है (congress Rahul Gandhi )
साथ ही यह भी पता चल गया है कि अभी निकट भविष्य में भाजपा का मददगार बता कर किसी को पार्टी से निकालने की कोई कार्रवाई नहीं होने जा रही है।
हां, अगर कोई खुद से कांग्रेस छोड़ता है और भाजपा में शामिल होता है, तब जरूर कहा जाएगा कि ऐसे ही नेताओं के बारे में राहुल गांधी कह रहे थे। (congress Rahul Gandhi )
वास्तविकता यह है कि राहुल गांधी का बयान बेहद गैर जिम्मेदार था, जिससे पूरी पार्टी संदेह के घेरे में आई है। हर राज्य में पंडोरा बॉक्स खुल गया है। हर राज्य में पार्टी के एक खेमे के नेता दूसरे खेमे के नेता को भाजपा की मदद करने वाले बता रहे हैं।
इस आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं
पार्टी के अंदर एक दूसरे को निपटाने का जो अभियान सतत चलता रहता है उसमें राहुल गांधी के बयान ने एक नया आयाम जोड़ दिया है। अब हर नेता अपने विरोधी को भाजपा का मददगार बता रहा है और कह रहा है कि राहुल गांधी ने उसके जैसे नेता के बारे में ही बात की थी।
राहुल गांधी को खुश करने के लिए पार्टी के महासचिवों और प्रभारियों ने भी पहले ही ऐसी बातें करनी शुरू कर दी हैं। सो, आने वाले दिनों में इस किस्म की बातें होती रहेंगी। (congress Rahul Gandhi )
लेकिन इस आधार पर किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं होगी। लेकिन इसका एक असर यह होगा कि पार्टी के सभी नेताओं को इस बात का भारी दबाव होगा कि वे दिन में कम से कम दो बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की आलोचना में बयान दें।
अगर वे बयान नहीं देंगे तो उनको भाजपा का समर्थक ठहराया जाएगा। सबको पता है कि दिन भर मोदी, शाह और आरएसएस की आलोचना से कांग्रेस का कुछ भी भला नहीं होने वाला है। अगर इस आधार पर भला होना होता तो राहुल गांधी कब के प्रधानमंत्री बन गए होते!(congress Rahul Gandhi )