अब यह तय हो गय कि अगले साल लोकसभा चुनाव के बाद ही जनगणना होगी। कोरोना वायरस के महामारी के कारण 2021 की जनगणना रोक दी गई थी। हालांकि 2020 में इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई थी लेकिन उसी समय महामारी आ गई। महामारी खत्म हो जाने के बाद सारी चीजें रूटीन में होने लगीं, बल्कि महामारी के दौरान भी चुनाव हुए और खूब जम कर चुनाव प्रचार भी हुए। लेकिन केंद्र सरकार ने जनगणना नहीं कराई। हर 10 साल पर होने वाली जनगणना 1881 में शुरू हुई थी और युद्ध, आपदा के बावजूद तय समय पर होती रही थी। पहली बार ऐसा हुआ है कि जनगणना नहीं हुई है। अब इसे अगले साल अक्टूबर तक टाल दिया गया है।
असल में जनगणना शुरू होने से तीन महीने पहले सभी राज्यों, जिलों, प्रखंडों की भौगोलिक सीमा में बदलाव को रोक दिया जाता है। जब तक यह रोक नहीं लगाई जाती है तब तक जनगणना शुरू नहीं हो सकती है। पिछले तीन साल से ज्यादा समय से लगातार रोक लगाने की सीमा को आगे बढ़ाया जा रहा है। अब तक नौ बार इसे आगे बढ़ाया जा चुका है। नौवीं बार इसे आगे बढ़ाने का फैसला पिछले हफ्ते हुआ है। इसे छह महीने यानी 30 जून 2024 तक बढ़ा दिया गया है। इसका मतलब है कि 30 जून 2024 तक राज्यों, जिलों, प्रखंडों आदि की भौगोलिक सीमा बदली जा सकती है। इस समय सीमा के तीन महीने बाद यानी 31 अक्टूबर के बाद ही जनगणना की शुरुआत हो सकती है।