आम आदमी पार्टी के नेता और पूर्व मंत्री गोपाल राय लगातार किनारे किए जा रहे हैं। उनको दिल्ली के प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया है और गुजरात का प्रभारी बनाया गया है। शारीरिक रूप से गोपाल राय बहुत फिट नहीं हैं। किसी आंदोलन के दौरान कई दशक पहले उनको गोली लगी थी, जिसका कई बार ऑपरेशन हुआ लेकिन वे पूरी तरह से ठीक नहीं हो पाए। तभी वे पार्टी संगठन के कामकाज में बहुत भागदौड़ नहीं कर सकते हैं। फिर भी उनको दिल्ली से गुजरात भेजा गया है। उनकी जगह सौरभ भारद्वाज को दिल्ली प्रदेश का अध्यक्ष बनाया गया है। गोपाल राय के करीबियों का कहना है कि उनको दिल्ली में रखा जाता तो बेहतर था या ज्यादा से ज्यादा पड़ोसी राज्यों में कोई जिम्मा दिया जाना चाहिए था।
माना जा रहा है कि उनको किनारे करने के लिए गुजरात का प्रभारी बनाया गया है। इससे पहले उनको विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भी नहीं बनाया गया। आम आदमी पार्टी में उनके अलावा शायद ही कोई होगा, जिसने पार्टी बनने के बाद विधानसभा के चारों चुनाव जीते हैं। फिर भी उनकी दावेदारी की अनदेखी की गई। बताया जा रहा है कि उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव में हारने के बाद अरविंद केजरीवाल को नसीहत देने की हिम्मत की थी। जानकार सूत्रों का कहना है कि उन्होंने केजरीवाल से कहा था कि उनको फिर से आम आदमी की अपनी छवि बहाल करनी चाहिए। गोपाल राय ने सलाह दी थी कि केजरीवाल को फिर से अपने फ्लैट में लौट जाना चाहिए या डीडीए का कोई फ्लैट लेकर उसमें रहना चाहिए। लेकिन यह सुझाव केजरीवाल को पसंद नहीं आया। इसलिए उनको पहले विधायक दल का नेता नहीं बनाया गया और उसके बाद दिल्ली के अध्यक्ष पद से हटा कर गुजरात का प्रभारी बना दिया गया।