कोलकाता। पश्चिम बंगाल में हालात खराब हैं। वक्फ कानून के खिलाफ चल रहा प्रदर्शन बेकाबू हो गया है। वक्फ कानून के खिलाफ प्रदर्शन में तीन लोगों की मौत हो गई है। शनिवार को हिंसक भीड़ ने एक पिता-पुत्र की बड़ी बेरहमी से पीट पीट कर हत्या कर दी। हिंसक प्रदर्शन में शामिल 118 लोगों को अभी तक गिरफ्तार किया गया है। बेकाबू और हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए कलकत्ता हाई कोर्ट ने पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाकों में केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती के आदेश दिए हैं। विधानसभा में नेता विपक्ष सुवेंदु अधिकारी की याचिका पर अदालत ने यह आदेश जारी किया है।
गौरतलब है कि वक्फ कानून के खिलाफ पश्चिम बंगाल में 10 अप्रैल से हिंसा चल रही है। मुर्शिदाबाद जिले में पिले तीन दिन में सबसे ज्यादा हिंसा हुई है। शनिवार को प्रदर्शनकारियों की हिंसक ने पीट पीटकर पिता-पुत्र की हत्या कर दी। इनकी पहचान हरगोविंद दास और चंदन दास के रूप में हई है। दोनों हिंदू देवी, देवताओं की मूर्तियां बनाते थे। वहीं, गोली लगने से एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया। हिंसा जिले के शमशेरगंज ब्लॉक के धुलियान में हुई। इससे पहले शुक्रवार, 11 अप्रैल को भी धुलियान में हिंसा भड़की थी। वहां एक व्यक्ति घायल हो गया था, जिसकी शनिवार को अस्पताल में मौत हो गई। इस तरह मुर्शिदाबाद हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। हिंसाग्रस्त इलाकों में शनिवार को इंटरनेट बंद कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा, ‘वक्फ कानून राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। कानून केंद्र ने बनाया है, इसलिए जो जवाब आप चाहते हैं, वह केंद्र से मांगा जाना चाहिए। मेरी अपील है कि शांत रहें। सबकी जान कीमती है, राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं’। राज्य में कानून व्यवस्था के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यानी एडीजी जावेद शमीम ने शनिवार को कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया, ‘आज की घटना का ब्योरा अभी उपलब्ध नहीं है। पुलिस की ओर से गोली नहीं चली है, बीएसएफ की ओर से हो सकता है। ये शुरुआती जानकारी है। घायल खतरे से बाहर है। अब तक 118 लोगों को गिरफ्तार किया गया है’।
इससे पहले मुर्शिदाबाद, मालदा, दक्षिण 24 परगना और हुगली जिलों में 11 अप्रैल को हिंसा हुई थी। प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों में आग लगा दी थी और पुलिस पर पथराव किया था। सुइटी थाना क्षेत्र के साजूर क्रॉसिंग में पुलिस पर क्रूड बम भी फेंके गए थे। इस दौरान 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। हालात काबू करने के लिए पुलिस ने चार राउंड फायरिंग की थी। गोलीबारी में दो लोग घायल हुए थे। दोनों का इलाज जारी है। गौरतलब है कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड, एआईएमपीएलबी ने ‘वक्फ बचाव अभियान’ का ऐलान किया है, जिसका पहला चरण 87 दिन तक यानी सात जुलाई तक चलेगा। इसमें वक्फ कानून के विरोध में एक करोड़ दस्तखत कराए जाएंगे। इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भेजा जाएगा।