नई दिल्ली। अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर, ट्रेड वॉर या हर तरह के युद्ध के लिए तैयार रहने की घोषणा के एक दिन बाद चीन ने भारत की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाया है। चीन ने भारत को खुला ऑफर दिया है कि वह चीन के साथ आए और दोनों देश अपनी साझा सफलता के लिए मिल कर काम करें। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के साथ टैरिफ वॉर शुरू होने की आशंका का हवाला देते हुए कहा है कि ऐसे माहौल में नई दिल्ली और बीजिंग को साथ आने की जरूरत है।
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा कि ये वो मौका है, जब दोनों देशों को साझा सफलता हासिल करने के लिए मिलकर काम करने पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यदि दोनों देश, जो एशिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं हैं, आपस में मिल जाएं, तो अंतरराष्ट्रीय संबंधों का लोकतंत्रीकरण और ग्लोबल साउथ का विकास और सुदृढ़ीकरण एक उज्जवल भविष्य होगा। हालांकि चीन के विदेश मंत्री के इस बयान पर भारत ने ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
वांग यी ने शुक्रवार को भारत के साथ संबंधों के सवाल के जवाब में कहा कि ये वो समय है जब दोनों देशों को एक दूसरे का समर्थन करना चाहिए न कि एक दूसरे को कमजोर करने की कोशिश करनी चाहिए। चीन के विदेश मंत्री ने भारत का साथ सीमा विवाद पर जोर देते हुए कहा, ‘हमें दोपक्षीय संबंधों को सीमा के सवाल से परिभाषित नहीं होने देना चाहिए, या विशिष्ट मतभेदों को समग्र दोपक्षीय संबंधों को प्रभावित करने की अनुमति नहीं देनी चाहिए’। गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को अपने देश में चीनी आयात पर शुल्क को 10 से 20 फीसदी तक बढ़ाने का आदेश दिया। इसके बाद चीन ने भी शुल्क बढ़ाने का ऐलान कर दिया।