नई दिल्ली। लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के भाषण के दौरान प्रधानमंत्री सहित उनकी सरकार के आधा दर्जन मंत्रियों ने राहुल पर निशाना साधा तो सदन से बाहर भाजपा ने प्रेस कांफ्रेंस करके राहुल पर हमला किया। भाजपा के तमाम बड़े नेताओं ने राहुल को हिंदू और हिंसा वाले बयान पर घेरा। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव और किरेन रिजीजू ने प्रेस कांफ्रेंस करके राहुल के बयान की आलोचना की। सुधांशु त्रिवेदी ने भी उनके बयान पर हमला किया।
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा- राहुल गांधी ने संपूर्ण हिंदू समाज को हिंसक बताया। उन्होंने पूरे समाज का घोर अपमान किया है। 2010 में चिंदबरम ने हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। 2013 में तात्कालीन गृह मंत्री सुशील शिंदे ने हिंदुओं को आतंकवादी कहा था। वैष्णव ने कहा कि 2021 में राहुल ने हिंदुत्वादियों को देश से बाहर निकालने का कहा था। ये राजनीति की ऐसी परिस्थिति है, जिसने लीडर ऑफ अपोजिशन की गरिमा को नीचा किया है। राजनीति के लेवल को नीचा किया है जो निंदनीय है।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने राहुल गांधी पर हमला किया और स्पीकर ओम बिरला से अनुरोध किया कि वे राहलु गांधी के भाषण की जांच कराएं। उन्होंने कहा कि अगर नेता विपक्ष ने असत्यापित बात कही है तो उन्हें नियम और विनियमों का सामना करना पड़ेगा। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राहुल गांधी ने लोकसभा में अपने बयान से पूरे हिंदू समाज का अपमान किया है।