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28-04-2025 Vol 19

मोदी ने नए कानूनों की तारीफ की

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद से बनाए जाने वले नए कानूनों की तारीफ करते हुए कहा कि आज जो कानून बनाए जा रहे हैं वो कल काम आएंगे। गौरतलब है कि संसद के पिछले सत्र में पास तीन नए आपराधिक कानून बनाए गए। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को सुप्रीम कोर्ट के डायमंड जुबली समारोह की शुरुआत की। वे कार्यक्रम में शामिल होने सुप्रीम कोर्ट के परिसर पहुंचे। गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट अपनी स्थापना के 75वें वर्ष में प्रवेश कर गया है।

इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने डिजिटल सुप्रीम कोर्ट रिपोर्ट्स, डिजिटल कोर्ट्स 2.0 और सुप्रीम कोर्ट की नई वेबसाइट को लॉन्च किया। इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने व्यक्तिगत अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी पर कई प्रमुख फैसले दिए हैं। इनसे देश के सामाजिक-राजनीतिक परिवेश को नई दिशा मिली है। मोदी ने कहा- आज जो कानून बनाए जा रहे हैं, वे कल के भारत को मजबूती देंगे। जिस तेजी से दुनिया में बदलाव आ रहे हैं, सबकी निगाहें भारत पर टिकी हुई हैं। इससे देश का विश्वास बढ़ रहा है। इस मौके पर देश के हाईकोर्ट्स के चीफ जस्टिस और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज भी मौजूद रहे।

सुप्रीम कोर्ट से जुड़े इन प्रोजेक्ट्स की लॉन्चिंग के बाद सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस कोर्ट में दोपहर साढ़े तीन बजे सुप्रीम कोर्ट की सेरेमोनियल बेंच बैठेगी। चीफ जस्टिस इस बेंच की अगुआई करेंगे। इसमें सुप्रीम कोर्ट के अन्य जज भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज पूरी दुनिया की निगाहें भारत पर हैं। ऐसे में आज भारत के लिए जरूरी है कि हम हर अवसर का लाभ उठाएं। आज भारत की प्राथमिकता है इज ऑफ जस्टिस। भारत के नागरिक इसके हकदार है और सुप्रीम कोर्ट इसका प्रमुख माध्यम है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- देश की पूरी न्याय व्यवस्था सुप्रीम कोर्ट के गाइडेंस पर निर्भर होती है। सुप्रीम कोर्ट की एक्सेसिबिलिटी भारत के अंतिम छोर तक हो। इसी सोच के साथ कुछ दिनों पहले ईकोर्ट मिशन की स्वीकृति दी गई। इसके तीसरे फेज के लिए चार गुना ज्यादा राशि स्वीकृत की गई है।

NI Desk

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