मॉस्को। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज रूस में कज़ान और येकातेरिनबर्ग में दो नए भारतीय वाणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की, साथ ही उन्होंने दो दशक से अधिक समय से द्विपक्षीय साझेदारी को मजबूत करने में उनके महान कार्य के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जमकर सराहना की।
मोदी (PM Modi) ने रूस की राजधानी मॉस्को के कार्लटन होटल में भारतीय प्रवासियों को संबोधित करते हुए आज कहा कि पिछले 10 वर्षों में मेरी यह छठी रूस यात्रा है और हम दोनों नेता पिछले एक दशक में 17 बार मिल चुके हैं। प्रधानमंत्री ने भारत और रूस के संबंधों (India-Russia relations) को लेकर राष्ट्रपति पुतिन (Putin) की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने दो दशकों से भी ज्यादा समय तक इस साझेदारी को मजबूती देने के लिए शानदार काम किया है।
पीएम मोदी (PM Modi) ने आगे कहा कि भारत-रूस संबंधों (India-Russia relations) को हमेशा गर्मजोशी और उत्साह से चिह्नित किया गया है और वे आपसी विश्वास और आपसी सम्मान की मजबूत नींव पर आधारित हैं। प्रत्येक भारतीय के लिए रूस (Russia) का नाम भारत के एक सदाबहार दोस्त, एक भरोसेमंद दोस्त के रूप में दर्शाता है और जाना भी जाता है। मैं भारत और रूस (India-Russia) की दोस्ती के लिए राष्ट्रपति पुतिन (Putin) की भूमिका को विशेष रूप से धन्यवाद देता हूं। पुतिन ने अपने नेतृत्व के पिछले दो दशकों में इस साझेदारी की नींव को और मजबूती प्रदान करने की दिशा में महान कार्य किया है।
प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने एलान किया कि दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत करने के लिए भारत,कज़ान और येकातेरिनबर्ग में दो नए वाणिज्य दूतावास (Indian Consulates) खोलेगा। मोदी ने गर्मजोशी से किए गए स्वागत के लिए प्रवासी भारतीयों को धन्यवाद देते हुए कहा कि मैं यहां अकेले नहीं आया हूं। मैं अपने साथ भारत की मिट्टी की खुशबू लेकर आया हूं। मैं अपने साथ 140 करोड़ देशवासियों का प्यार लेकर आया हूं।
मोदी (PM Modi) ने अपनी चुनावी जीत पर कहा कि मुझे तीसरी बार भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लिए हुए एक महीना हो गया है और मैंने शपथ ली है कि मैं इस बार पहले की अपेक्षा तीन गुना अधिक ताकत के साथ और तीन गुना अधिक गति से काम करूंगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का लक्ष्य तीसरे कार्यकाल में भारत को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। मोदी ने कहा कि जब से उन्होंने सत्ता संभाली है, पिछले 10 वर्षों में देश में विकास की गति देखकर दुनिया हैरान है। जब दुनिया से लोग भारत आते हैं, तो वे कहते हैं कि भारत बदल रहा है। वे भारत का परिवर्तन, भारत का पुनर्निर्माण स्पष्ट रूप से देख सकते हैं। आज 140 करोड़ भारतीय हर क्षेत्र में अग्रणी आने की तैयारी में जुटे हुए हैं।