तेल अवीव। इजराइल और हमास की जंग के 18वें दिन हमास की कैद से रिहा हुई 85 साल की इजराइली महिला ने बताया कि हमास के लोग बंधकों से कैसा बरताव कर रहे हैं और उनको कहां रखा है। 85 साल की योचेवेड लिफिशिट्ज ने बताया कि हमास के लड़ाकों ने उनके साथ पहले दिन तो मारपीट की फिर इलाज कराया। उन्होंने बताया कि इजराइल से ले जाए गए बंधकों को गाजा के नीचे सुरंगों के जाल में छिपा कर रखा गया है। लिफशिट्ज, उन दो महिलाओं में से एक हैं, जिन्हें सोमवार को मुक्त किया गया। करीब 220 बंधक अब भी हमास के कब्जे में हैं।
इस बीच इजरायली सेना ने गाजा पट्टी के निवासियों से उन जगहों के बारे में कार्रवाई योग्य जानकारी साझा करने का अनुरोध किया है, जहां हमास ने इजरायली बंधकों को रखा है। ट्विटर पर एक पोस्ट में, इजरायली डिफेंस फोर्स, आईडीएफ ने सटीक जानकारी देने के लिए पैसे की पेशकश की, जिससे बंधकों को बचाया जा सके। आईडीएफ ने एक फोन नंबर भी साझा किया है और कहा है कि जानकारी देने वालों की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और उनके पूरे परिवार को सुरक्षा दी जाएगी।
बहरहाल, हमास की कैद से छूटी लिफशिट्ज ने संवाददाताओं से कहा कि जब उन्हें गाजा के भीतर सुरंग में रखा गया था, तब एक डॉक्टर ने उनसे मुलाकात की थी और उनकी सभी जरूरतों का ध्यान रखा गया था। उन्होंने कहा- मैं नरक से गुजर चुकी हूं, हमने नहीं सोचा था कि हम इस स्थिति में पहुंच जाएंगे। जब मैं बाइक पर थी, तो मेरा सिर एक तरफ था और शरीर का बाकी हिस्सा दूसरी तरफ था। जब मैं रास्ते में थी तो युवकों ने मुझे मारा। उन्होंने मेरी पसलियां नहीं तोड़ी, लेकिन ये दर्दनाक था और मुझे सांस लेने में कठिनाई हुई।
हमास की कैद से रिहा की गईं दूसरी बंधक 79 साल की नुरिट कूपर हैं। वो, लिफशिट्ज और उनके अस्सी वर्षीय पति सात अक्टूबर को अगवा किए गए बंधकों में से थे। कतर और मिस्र की मध्यस्थता के बाद, हमास ने मानवीय कारणों का हवाला देते हुए कूपर और लिफशिट्ज को रिहा कर दिया। उनकी रिहाई दो अन्य अमेरिकी नागरिक की रिहाई के कुछ दिनों बाद हुई है। इस बीच इजराइल द्वारा पकड़े गए हमास के एक सदस्य ने कहा कि इस हमले का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने पैसे और घर देने की बात कही गई थी।
इस बीच इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने कहा कि सेना युद्ध के अगले चरण के लिए तैयार है और राजनीतिक निर्देश का इंतजार कर रही है। उन्होंने कहा- इजराइल मध्य पूर्व में अमेरिकी अनुभव से सीख रहा है, लेकिन हमारा युद्ध हमारी सीमाओं पर है, इजराइल से हजारों मील दूर नहीं। उन्हें आगे कई हफ्तों की लड़ाई की उम्मीद है।