नई दिल्ली। सीबीआई ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने राजधानी दिल्ली में मुख्यमंत्री घर और कार्यालय के रेनोवेशन पर हुए करीब 50 करोड़ रुपए के खर्च के आरोपों की प्रारंभिक जांच शुरू की है। इसके लिए एजेंसी ने एक मामला दर्ज किया है। अगर जांच में किसी गड़बड़ी के सबूत मिलते हैं तो सीबीआई एफआईआर दर्ज करके आगे जांच करेगी। सीबीआई की जांच शुरू होने पर केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने कहा है कि इस मामले में भी एजेंसी को कुछ नहीं मिलेगा।
बताया जा रहा है कि जांच शुरू करने के बाद सीबीआई ने दिल्ली सरकार के लोक निर्माण यानी पीडब्लुडी विभाग से सीएम आवास के रेनोवेशन से संबंधित सभी दस्तावेज तीन अक्टूबर तक जमा करने को कहा है। गौरतलब है कि इस साल मई में दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई निदेशक को चिट्ठी लिखकर इसकी जांच की मांग की थी। इसके बाद मामला केंद्रीय गृह मंत्रालय को गया, जिसने दिल्ली सीएम आवास में कथित घोटाले की सीबीआई जांच की मंजूरी दी। इस मामले में गृह मंत्रालय ने पहले ही सीएजी की एक विशेष ऑडिट का आदेश दिया था।
ध्यान रहे दिल्ली के मुख्यमंत्री का आवास छह, फ्लैग स्टाफ रोड पर स्थित है। कुछ समय पहले खबर आई थी कि एक से ज्यादा बंगलों को तोड़ पूरी तरह से नया एक बंगला तैयार किया गया। यह भी बताया जा रहा है कि भवन निर्माण की कोई मंजूरी नहीं ली गई थी। इस मामले में सीबीआई ने पीडब्लुडी से निविदा जारी करने की सूचना में मुख्यमंत्री के आवास में परिवर्तन के संबंध में समय-समय पर सूचनाएं जारी करने की जानकारी मांगी है। गौरतलब है कि प्रारंभिक जांच कोई आपराधिक मामला नहीं है, बल्कि ये आपराधिक जांच की शुरुआत है। अगर गड़बड़ी के सबूत मिलेंगे, तो सीबीआई केस दर्ज करेगी।
इस बीच आम आदमी पार्टी ने कहा है कि बीजेपी चाहें जितनी जांच करा ले, पहले कुछ नहीं निकला था। अब भी कुछ नहीं निकलेगा। पार्टी ने बुधवार को कहा- बीजेपी ने आम आदमी पार्टी को खत्म करने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा दी है। आज पूरे देश में सिर्फ आम आदमी पार्टी है जो शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतरीन काम करके वोट मांग रही है, लेकिन बीजेपी नहीं चाहती है गरीबों को अच्छी शिक्षा और बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मिले. इससे बीजेपी की धर्म और जाति की राजनीति हार जाएगी।