नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक दो जून को सरेंडर करना है और तिहाड़ जेल जाना है। लेकिन उससे पहले वे रविवार को भाजपा मुख्यालय तक मार्च करेंगे और भाजपा से अपील करेंगे कि वह उनके सहित उनकी पार्टी के सभी नेताओं को जेल में डाल दे। अरविंद केजरीवाल ने ढाई मिनट का एक वीडियो जारी करके शनिवार को कहा- कल मैं दोपहर 12 बजे अपने बड़े नेताओं के साथ बीजेपी हेडक्वार्टर जा रहा हूं। आपको जिस जिस को जेल में डालना है, डाल दीजिए। गौरतलब है कि उनकी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने उनके पीए बिभव कुमार पर मारपीट का आरोप लगाया है, जिसके बाद उनके पीए को गिरफ्तार कर लिया गया है।
केजरीवाल ने अपने वीडियो में अपने निजी सचिव यानी पीए बिभव कुमार का जिक्र तो किया, लेकिन पार्टी की सांसद स्वाति मालीवाल पर एक भी शब्द नहीं बोले। उन्होंने कहा- मैं प्रधानमंत्री जी को बोलना चाहता हूं कि आप ये जेल जेल का खेल खेल रहे हो, कभी एक को जेल में डालते हो, कभी मनीष सिसोदिया को जेल में डालते हो, कभी अरविंद केजरीवाल को जेल में डालते हो, कभी संजय सिंह को। उन्होंने शनिवार को कहा- कल मैं 12 बजे अपने सभी बड़े नेताओं सांसदों, विधायकों के साथ बीजेपी हेडक्वार्टर आ रहा हूं। जिस जिस को आप जेल में डालना चाहते हो, डाल दो। एक साथ जेल में डाल दीजिए।
दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा- भाजपा हमें क्रश नहीं कर सकती। आम आदमी पार्टी एक विचार है। आप जितने नेताओं को जेल में डालेंगे, उतना हम बढ़ेंगे। उन्होंने कहा- किस तरह से आम आदमी पार्टी के पीछे पड़ गए हैं ये लोग। हमारे नेताओं को जेल में डालते जा रहे हैं। उन्होंने मुझे जेल में डाल दिया, मनीष सिसोदिया को जेल में डाल दिया, सत्येंद्र जैन को जेल में डाल दिया, संजय सिंह को जेल में डाल दिया, आज मेरे पीए को जेल में डाल दिया। अब कह रहे हैं कि राघव चड्ढा को भी जेल में डालेंगे। राघव चड्ढा अभी अभी लंदन से लौटे हैं। कह रहे हैं कि थोड़े दिन में सौरभ भारद्वाज को भी जेल में डालेंगे। आतिशी को भी जेल में डालेंगे।
उन्होंने कहा- मैं सोच रहा था कि ये लोग हम सबको जेल में क्यों डालेंगे। हमारा कसूर क्या है। हमारा कसूर ये है कि हमने गरीब बच्चों की शिक्षा का अच्छा प्रबंध किया है। सरकारी स्कूल शानदार बनाए हैं। ये नहीं बना सके। इसलिए ये लोग दिल्ली के सरकारी स्कूल रोकना चाहते हैं। हमारा कसूर ये है कि दिल्ली के अंदर मोहल्ला क्लीनिक, सरकारी अस्पताल बनाए, लोगों के लिए फ्री दवाई का इंतजाम किया, अच्छे इलाज का इंतजाम किया, ये नहीं कर पा रहे। इसलिए ये मोहल्ला क्लीनिक और दिल्ली के अस्पतालों को रोकना चाहते हैं।