नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत और दुनिया के अनेक देशों पर अतिरिक्त शुल्क लगाने के ऐलान के बाद एजेंसियों ने भारत के विकास दर के अनुमान को कम करना शुरू कर दिया है। मूडीज रेटिंग्स ने गुरुवार को भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर का अनुमान घटा कर 6.1 फीसदी कर दिया। इससे पहले मूडीज ने 2025 में विकास दर का अनुमान 6.4 फीसदी रखा था।
मूडीज ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि हीरे, कपड़े और चिकित्सा उपकरणों पर अमेरिकी शुल्क से निर्यात घटने का खतरा है। इससे अमेरिका के साथ व्यापार घाटा बढ़ सकता है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि शुल्क लागू करने पर 90 दिन की रोक से कुछ राहत मिली सकती है, लेकिन शुल्क पूरी तरह लागू होने पर भारत के सकल घरेलू उत्पाद यानी जीटीपी की विकास दरर 0.3 फीसदी तक गिरेगी। एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वित्त वर्ष 2025-26 में भारत की अर्थव्यवस्था 6.5 फीसदी से ज्यादा की दर से बढ़ेगी।
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मूडीज की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार पूंजीगत खर्च ज्यादा करेगी। इसके अलावा कर में कटौती और ब्याज दर में कमी से खपत बढ़ेगी, जिससे विकास दर बढ़ने में मदद मिलेगी। इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि इस अवधि में बैंकिंग सेक्टर में स्थिरता रहेगी। गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर से दिसंबर की तिमाही में विकास दर 6.2 फीसदी रही। एक साल पहले की समान तिमाही में ये 8.4 फीसदी रही थी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय यानी एनएसओ के मुताबिक वित्त वर्ष 2024-25 में विकास दर 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है। पिछले वित्त वर्ष 2023-24 में जीडीपी की विकास दर 8.2 फीसदी थी।
Pic Credit: ANI