राष्ट्रीय शिक्षा नीति, त्रिभाषा फॉर्मूला, परिसीमन जैसे कई मुद्दों पर केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन केंद्र के साथ अपने टकराव को नए स्तर पर ले गए हैं। रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी श्रीलंका दौरे से तमिलनाडु के रामेश्वरम पहुंचे लेकिन मुख्यमंत्री स्टालिन न तो उनको रिसीव करने गए और न पम्बन रेलवे ब्रिज के उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए। प्रधानमंत्री ने भी स्टालिन पर बिना नाम लिए निशाना साधा। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के नेताओं की चिट्ठी उनको मिलती रहती है लेकिन उस पर तमिल में दस्तखत नहीं होता है।
प्रधानमंत्री ने तंज करते हुए कहा कि तमिल गौरव बने इसके लिए कम से कम तमिल में सिग्नेचर तो शुरू करें। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्टालिन सरकार को तमिल भाषा में मेडिकल की पढ़ाई शुरू कराने की नसीहत भी दी। गौरतलब है कि स्टालिन सरकार ने हिंदी थोपने का आरोप लगाते हुए त्रिभाषा फॉर्मूले को खारिज किया है। इसके अलावा स्टालिन ने एक ज्वाइंट एक्शन कमेटी बनाई है, जिसमें कई राज्यों के मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री व पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं। पिछले दिनों परिसीमन को लेकर इस कमेटी की बैठक हुई थी। गौरतलब है कि तमिलनाडु में अगले साल मई में विधानसभा चुनाव होने हैं।
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तमिल भाषा, रामसेतु और मछुआरे: पीएम मोदी का रामेश्वरम दौरा
बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी तीन दिन के श्रीलंका दौरे के बाद रविवार को रामेश्वरम पहुंचे थे। उन्होंने अपनी जनसभा के दौरान उन्होंने भाषा विवाद का जिक्र किए बिना डीएमके नेताओं और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को नसीहत देते हुए कहा, ‘मैं राज्य सरकार से मांग करता हूं कि वे डॉक्टरी की पढ़ाई तमिल भाषा में कराएं’। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘तमिलनाडु के कई नेताओं की चिटि्ठयां मेरे पास आती हैं। आश्चर्य की बात है कि कोई नेता तमिल में सिग्नेचर नहीं करता। तमिल का गौरव बने, इसलिए इन लोगों को स्थानीय भाषा में सिग्नेचर करना चाहिए’।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को रामनवमी पर तमिलनाडु के रामेश्वरम स्थित रामनाथ स्वामी मंदिर में पूजा अर्चना की। श्रीलंका से लौटते हुए मोदी ने विमान से रामसेतु देखने का वीडियो भी पोस्ट किया। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘श्रीलंका से लौटते हुए विमान से रामसेतु के दर्शन किए। यह तभी हुआ, जब अयोध्या के राम मंदिर में रामलला का सूर्य तिलक हो रहा था। यह दिव्य अनुभव था। प्रभु श्रीराम हम सभी को जोड़ने वाली शक्ति हैं। उनकी कृपा सदैव हम पर बनी रहे’।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक जनसभा में अपनी सरकार की उपलब्धियां बताईं। उन्होंने कहा, ‘भारत सरकार मछुआरों के साथ खड़ी है। केंद्र सरकार के प्रयास से चार हजार से ज्यादा मछुआरे श्रीलंका से वापस लौटे हैं। इसमें छह सौ से ज्यादा पिछले साल फ्री हुए। कुछ को फांसी की सजा हुई थी। उन्हें भी श्रीलंका से जिंदा वापस लाए और उनके परिवारों को सौंपा है’। मोदी ने पीएम किसान योजना के तहत राज्य को 12 हजार करोड़ रुपए मिलने की बात कही और कहा कि आयुष्मान भारत योजना से राज्य के लोगों को आठ हजार करोड़ बचे हैं।
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