नई दिल्ली। करीब 16 साल पहले मुंबई पर हुए आतंकवादी हमले के साजिशकर्ता तहव्वुर राणा को आखिरकार अमेरिका से प्रत्यर्पित करके भारत लाया गया। गुरुवार की शाम को तहव्वुर राणा को लेकर विशेष विमान भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरा। पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा ने मुंबई पर हमला करने वाले आतंकवादियों को अहम सूचनाएं और जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराई थीं। 26 नवंबर 2008 को हुए इस आतंकवादी हमले में 166 लोगों की मौत हुई थी और 238 लोग घायल हुए थे। चार दिन तक चली कार्रवाई के बाद नौ आतंकी मारे गए थे और एक आतंकवादी अजमल कसाब को जिंदा पकड़ा गया था।
बहरहाल, विशेष विमान दिल्ली पहुंचने के बाद हवाईअड्डे से राणा को सीधे राष्ट्रीय जांच एजेंसी, एनआईए के मुख्यालय ले जाया जाएगा। एनआईए मुख्यालय के आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। बताया जा रहा है कि पूछताछ के बाद राणा को दिल्ली की तिहाड़ जेल में हाई सिक्योरिटी वार्ड में रखा जाएगा। वैसे उसके लिए मुंबई की आर्थर रोड जेल में भी रखने का बंदोबस्त किया गया है। यह भी खबर आई थी कि उसको उसी कोठरी में रखा जा सकता है, जिसमें अजमल कसाब को रखा गया था।
गौरतलब है कि एनआईए और खुफिया एजेंसी रॉ की एक टीम राणा को लेकर बुधवार को अमेरिका से रवाना हुई थी। राणा को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जा सकता है। राणा को लेकर दिल्ली आने के बाद एनआईए ने एक बयान में कहा, ‘26/11 मुंबई आतंकी हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को सजा दिलाने के लिए कई सालों तक लगातार कोशिशें करने के बाद गुरुवार को सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित कर लिया गया’।
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इसमें कहा गया है, ‘भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण समझौते के तहत शुरू की गई कार्यवाही के तहत राणा को अमेरिका में लॉस एंजिलिस मेट्रोपोलिटन डिटेंशन सेंटर में रखा गया था। वह मुंबई पर हुए आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली की करीबी सहयोगी है’। राणा ने प्रत्यर्पण रोकने के लिए सभी कानूनी रास्ते आजमाए, लेकिन आखिरकार उसका प्रत्यर्पण हो गया। एनआईए के बयान में कहा गया है, ‘अमेरिकी जस्टिस डिपार्टमेंट के यूएस स्काई मार्शल की सहायता से एनआईए ने पूरी प्रत्यर्पण प्रक्रिया के दौरान भारतीय खुफिया एजेंसियों और एनएसजी के साथ मिलकर काम किया। भारत के विदेश और गृह मंत्रालय ने भी इस पूरी प्रक्रिया के दौरान अमेरिकी अधिकारियों के साथ समन्वय किया’।
कैदियों को लाने ले जाने वाली दिल्ली पुलिस की तीसरी बटालियन को पहले गुरुवार की सुबह सात बजे हवाईअड्डे पर बुलाया गया था। लेकिन खराब मौसम की वजह से विमान में देरी हुई और इसलिए शाम सवा पांच बजे दिल्ली पुलिस की टीम पहुंची। दिल्ली पुलिस की टीम राणा को लेकर एनआईए मुख्यालय पहुंची। मामले की गंभीरता को देखते हुए हवाईअड्डे पर भी सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त किए गए थे और उधर एनआईए मुख्यालय के पास जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर दो को ऐहतियात के तौर पर बंद कर दिया गया।