लखनऊ। उत्तर प्रदेश के संभल में दूसरे दिन भी तनाव बना रहा। इसे देखते हुए स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और इंटरनेट पर पाबंदी बढ़ा दी गई है। इस बीच मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़ कर चार हो गई है। पुलिस ने इस सिलसिले में आधा दर्जन से ज्यादा एफआईआर दर्ज की है और कई हजार अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया है। पुलिस ने छह लोगों नामजद आरोपी बनाया है। साथ ही पुलिस ने फिर यह दावा किया है कि किसी की मौत पुलिस की गोली से नहीं हुई है।
संभल में रविवार की हिंसा के दौरान जिन चार लोगों की मौत हुई, उन्हें तमंचे की गोली लगी थी। मुरादाबाद के कमिश्नर आन्जनेय कुमार ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा है- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि देसी तमंचे से गोली चली थी। चारों मौतों की मजिस्ट्रेट जांच होगी। इस बीच सोमवार को नए घटनाक्रम से फिर तनाव बढ़ गया। असल में सोमवार दोपहर शाही जामा मस्जिद के सदर जफर अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा कि मस्जिद के हौज से सीओ ने पानी निकलवाया था और इस बारे में सवाल करने पर गाली दी, लाठी चलाई और गोली मारने की धमकी दी।
इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है। इससे संभल में फिर तनाव बढ़ गया है। सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। इससे पहले पुलिस ने सपा सांसद जियाउर रहमान बर्क और सदर विधायक नवाब इकबाल महमूद के बेटे सुहैल इकबाल पर हिंसा भड़काने की एफआईआर दर्ज की है। जियाउर रहमान बर्क ने एफआईआर के बाद कहा- यह एक पूर्व नियोजित घटना है। पूरे देश में मुसलमानों को निशाना बनाया जा रहा है।
पुलिस ने हिंसा से जुड़े मामले में सात एफआईआर दर्ज की हैं। इनमें छह नामजद और ढाई हजार से ज्यादा अज्ञात हैं। अब तक 25 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इस बीच सोमवार को जिले के एसपी ने बताया कि संभल तहसील में इंटरनेट बैन को एक दिन के लिए बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा- कल यानी मंगलवार को भी इंटरनेट बंद रहेगा। सभी स्कूल आज बंद रहेंगे। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने एक दिसंबर तक संभल जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पाबंदी लगा दी है। संभल पुलिस ने हिंसा से जुड़े उपद्रवियों के पहली बार फुटेज जारी किए हैं।