नई दिल्ली। देश में बढ़ रहे सामाजिक विभाजन और भाजपा के ‘बंटोंगे तो कटोगे’ के नारे के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से सामाजिक विद्वेष मिटाने का संकल्प करने का अनुरोध किया है। उन्होंने वर्ष 2024 के आखिरी रविवार को 117वीं बार मन की बात की। उन्होंने संविधान दिवस और महाकुंभ का जिक्र किया। मोदी ने लोगों से अपील करते हुए कहा- जब हम कुंभ में भाग लें, तो समाज में विभाजन और नफरत की भावना को खत्म करने का संकल्प लें।
प्रधानमंत्री ने वेव्स सम्मेलन, कालाहांडी की सब्जी क्रांति, बस्तर ओलंपिक और कुरुक्षेत्र के मलेरिया रोकथाम के प्रयासों के बारे में भी मन की बात में चर्चा की। ये इस रविवार को साल के 9वें और आखिरी एपिसोड का प्रसारण हुआ। लोकसभा चुनाव के कारण मार्च, अप्रैल और मई में एपिसोड टेलीकास्ट नहीं हुए थे।
प्रधानमंत्री ने मन की बात कार्यक्रम में कहा- अगले महीने 13 तारीख से प्रयागराज में महाकुंभ भी होने जा रहा है। इस समय वहां संगम तट पर जबरदस्त तैयारियां चल रही हैं। पहली बार कुंभ आयोजन में एआई चैटबॉट का प्रयोग होगा। इससे 11 भारतीय भाषाओं में कुंभ से जुड़ी हर तरह की जानकारी हासिल की जा सकेगी। इससे कोई भी टेक्स्ट टाइप करके या बोलकर किसी भी तरह की मदद मांग सकता है। उन्होंने 26 नवंबर को संविधान दिवस को लेकर एक साल तक चलने वाली कई गतिविधियां शुरू होने की जानकारी भी दी।