गुवाहाटी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अशांत बोडोलैंड में स्थायी शांति बहाली का दावा किया है और कहा है कि केंद्र सरकार के प्रयासों की वजह से बोडोलैंड के युवा बंदूक रख कर हाथ में तिरंगा उठा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बोडोलैंड के युवा अब ओलंपिक की तैयारी में लगें। तीन दिन के पूर्वोत्तर के दौरे पर पहुंचे अमित शाह ने दौरे के तीसरे दिन रविवार को एक कार्यक्रम में कहा कि जब भाजपा नेतृत्व वाली सरकार ने बोडो समझौता साइन किया था, तब कांग्रेस ने उसका मजाक उड़ाया था, लेकिन इस समझौते से क्षेत्र में शांति और विकास आया है।
शाह असम के कोकराझार में अखिल बोडो छात्र संघ, एबीएसयू के 57वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित किया। इसमें उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 35 लाख जनसंख्या वाले बोडोलैंड के विकास के लिए डेढ़ हजार करोड़ रुपए दिए हैं। उन्होंन दावा किया कि बोडो समझौते के 82 फीसदी प्रावधानों को लागू कर दिया गया है, बाकी अगले दो साल में पूरे कर लिए जाएंगे। शाह ने यह भी कहा कि कांग्रेस ने यह कहकर हमारा मजाक उड़ाया था कि बोडो टेरिटोरियल रीजन यानी बीटीआर में कभी शांति नहीं आएगी।
अमित शाह ने कहा कि अब बोडो के युवा बंदूक की बजाय तिरंगा उठाते हैं और यह बोडो शांति समझौते के कारण संभव हुआ है, जिसे जनवरी 2020 में साइन किया गया था। शाह ने कहा कि जिन्होंने हथियार छोड़ दिए हैं, केंद्र और राज्य सरकारें उनके पुनर्वास के लिए कई कदम उठा रही हैं। अमित शाह ने ऐलान किया कि एबीएसयू के संस्थापक अध्यक्ष उपेन्द्रनाथ ब्रह्मा के नाम पर एक सड़क बनाई जाएगी और उनकी प्रतिमा नई दिल्ली में लगाई जाएगी।