इस्लामाबाद। जम्मू कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा है कि उनका देश इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिए तैयार है। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान को बदनाम किया जा रहा है। साथ ही यह भी कहा कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा के लिए तैयार है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को लश्कर ए तैयबा के संदिग्ध आतंकवादियों ने पहलगाम की बैसरन घाटी में 26 पर्यटकों की हत्या कर दी थी।
शनिवार को पाकिस्तान मिलिट्री अकादमी में एक परेड को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा, ‘पहले भी पाकिस्तान पर ऐसे हमले के आरोप लगाए जाते रहे हैं। इसे पूरी तरह से बंद किया जाना जाहिए। एक जिम्मेदार देश के तौर पर पाकिस्तान किसी भी तटस्थ और पारदर्शी जांच में हिस्सा लेने के लिए तैयार है’। शरीफ ने कहा, ‘भारत दुनिया को गुमराह कर रहा है। बिना किसी विश्वसनीय जांच और सबूत के पाकिस्तान पर झूठा आरोप लगाकर देश को बदनाम कर रहा है’।
भारत की ओर से सिंधु जल संधि स्थगित किए जाने पर प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा, ‘यदि सिंधु नदी के पानी को कम करने या मोड़ने की कोशिश की गई तो पूरी ताकत से जवाब दिया जाएगा’। शरीफ ने कहा कि पानी पाकिस्तान के लिए बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे 24 करोड़ लोगों की जिंदगी का सवाल है। हम हर कीमत पर इसे सुरक्षित रखेंगे’। शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन उसकी इस इच्छा को कमजोरी न समझा जाए। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के फौजी अपने देश को बचाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
कश्मीर का मुद्दा उठाते हुए शरीफ ने कहा कि जिन्ना ने सही कहा था कि कश्मीर पाकिस्तान के गले की नस है। दुर्भाग्य से यूनाइटेड स्टेट के कई प्रस्तावों के बावजूद यह मामला आज तक नहीं सुलझा है। पाकिस्तान कश्मीर के लोगों के फैसला लेने के अधिकार का हमेशा समर्थन करता रहेगा। इसके आगे शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान ने हमेशा आतंकवाद की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘हमारा देश खुद आतंकवाद का सामना कर रहा है। पाकिस्तान में 90 हजार से ज्यादा लोग इसमें मारे गए हैं और छह सौ अरब डॉलर का नुकसान हो चुका है’।