नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस और अमेरिका के चार दिन के दौरे पर रवाना हो गए हैं। उनका विदेश दौरा 10 से 14 फरवरी का है। दो देशों के दौरे के पहले चरण में प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को फ्रांस पहुंचे। इसके बाद वे दो दिन के दौरे पर अमेरिका जाएंगे। विदेश दौरे पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को सोशल मीडिया में एक पोस्ट के जरिए कहा कि वे अमेरिका में दोबारा राष्ट्रपति चुने गए डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात को लेकर उत्सुक हैं। प्रधानमंत्री मंगलवार को फ्रांस में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई पर होने वाले सम्मेलन की सह अध्यक्षता करेंगे।
फ्रांस की यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘राष्ट्रपति मैक्रों के निमंत्रण पर मैं 10 से 12 फरवरी तक फ्रांस की यात्रा पर रहूंगा। मैं पेरिस में एआई समिट की सह अध्यक्षता करने के लिए उत्सुक हूं’। अमेरिका दौरे को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा, ‘फ्रांस से मैं राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर जाऊंगा। मैं राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं। उनके साथ पहले कार्यकाल में काम करने का अनुभव अच्छा है’।
फ्रांस दौरे के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वे फ्रांस के मार्सिले शहर में भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे और इंटरनेशनल थर्मोन्यूक्लियर एक्सपेरिमेंटल रिएक्टर परियोजना का भी दौरा करेंगे। इसके साथ ही वे पहले और दूसरे विश्व युद्ध के दौरान मारे गए भारतीय सैनिकों को मजारग्यूज युद्ध समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि देंगे। अमेरिका यात्रा को लेकर उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारत और अमेरिका के संबंधों को मजबूत करने के लिए महत्वपूर्ण अवसर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिका दौरे पर दोनों देशों के बीच साझेदारी को बढ़ावा देना एजेंडे में शामिल होगा।
बहरहाल, प्रधानमंत्री सोमवार की शाम को फ्रांस पहुंचे। यह उनका फ्रांस का आठवां दौरा है। रात में प्रधानमंत्री के सम्मान में फ्रांस सरकार ने एलिसी पैलेस में विशिष्ट अतिथियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया। इसमें फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों सहित कुछ और देशों के नेता मौजूद होंगे। अगले दिन 11 फरवरी को प्रधानमंत्री मोदी पेरिस के ग्रैंड पैलेस में राष्ट्रपति मैक्रों के साथ आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस एक्शन समिट 2025 की सह अध्यक्षता करेंगे।
यह सम्मेलन 2023 में ब्रिटेन और 2024 में साउथ कोरिया में आयोजित हुआ था। सम्मेलन में एआई के जिम्मेदारी से इस्तेमाल पर चर्चा होगी, ताकि यह लोगों की भलाई के काम आए और इसके खतरे नियंत्रित रहें। इस दौरान वैश्विक राजनीति पर भी बात हो सकती है। प्रधानमंत्री मोदी फ्रांस के उद्योगपतियों से मुलाकात कर सकते हैं। एआई एक्शन समिट में अमेरिका के उप राष्ट्रपति जेडी वेंस और चीन के उप प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे।