इम्फाल। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ओर से दी गई डेडलाइन के हिसाब से शनिवार, आठ मार्च को जैसे ही मणिपुर में फ्री ट्रैफिक मूवमेंट यानी मुक्त आवागमन शुरू हुआ वैसे ही हिंसा भड़क उठी। कुकी और मैती दोनों के असर वाले इलाकों में करीब दो साल बाद फ्री ट्रैफिक मूवमेंट शुरू हुआ और शुरू होते ही हिंसा भड़क गई। इम्फाल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, विष्णुपुर और सेनापति को जोड़ने वाली सड़कों पर शनिवार को जैसे ही बसें चलनी शुरू हुईं वैसे ही हिंसा भी शुरू हो गई।
कुकी समुदाय के लोगों ने फ्री ट्रैफिक मूवमेंट का विरोध करना शुरू किया और इस दौरान सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हो गई, जिसमें एक पुरुष प्रदर्शनकारी की मौत हो गई। पुलिस के मुताबिक करीब 25 अन्य लोग घायल हुए। मृतक की पहचान लालगौथांग सिंगसिट के तौर पर हुई है, जिसकी उम्र 30 साल है। लालगौथांग झड़प के दौरान गोली लगने से घायल हुआ था। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।
प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों की आवाजाही रोकने के लिए सड़कों पर पत्थर बिछा दिए। उन्होंने कई जगह पेड़ काटकर सड़कों पर गिरा दिए। कई जगह गाड़ियां खड़ी कर सड़कें रोक दीं। प्रदर्शनकारियों ने कई जगह बसों, कारों आदि में आग लगा दी। हिंसा कर रहे लोगों को रोकने के लिए सुरक्षा बलों ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। जवाब में प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की। सुरक्षा बलों की ओर से पैलेट गन का इस्तेमाल होने की भी खबर है। ऐसे वीडियो भी वायरल हो रहे हैं, जिनमें लोगों के शरीर पर पैलेट गन के छर्रों के निशान दिख रहे हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक मार्च को मणिपुर के हालात पर गृह मंत्रालय में समीक्षा बैठक की थी। उन्होंने आठ मार्च से मणिपुर में सभी सड़कों पर बेरोकटोक आवाजाही सुनिश्चित करने को कहा था। साथ ही सड़कें ब्लॉक करने वालों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। इस डेडलाइन के हिसाब से शनिवार, आठ मार्च को इम्फाल, चुराचांदपुर, कांगपोकपी, विष्णुपुर और सेनापति इलाकों में सरकारी बसों को सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस की सुरक्षा में चलाया गया। इसके अलावा रेड जोन वाले इलाकों में जगह जगह सुरक्षा बलों की तैनाती की गई।
शनिवार को हुई हिंसा के बीच मणिपुर के मुख्य सचिव पीके सिंह ने कहा कि राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजधानी इम्फाल से चुराचांदपुर के बीच हेलीकॉप्टर सेवाएं 12 मार्च से शुरू होंगी। गौरतलब है कि राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने नौ फरवरी को इस्तीफा दिया था और उसके चार दिन बाद 13 फरवरी को राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया था।